
अमृतसर,8 जनवरी :आज डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी के विशेष निमंत्रण पर जिला प्रशासन द्वारा माल रोड स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस फॉर गर्ल्स में नवजात बालिकाओं के लिए लोहड़ी मनाई गई। इस अवसर पर महिला स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं जागरूकता के साथ-साथ रोजगार एवं कौशल विकास के लिए विशेष शिविर भी आयोजित किए गए। इस अवसर पर बोलते हुए डीसी साक्षी साहनी ने कहा कि लड़कियां ही समाज को सही मायनों में आगे ले जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि लड़के-लड़कियों में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए, बल्कि हर साल लड़कियों की लोहड़ी भी मनाई जानी चाहिए।

‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के नारे को और आगे बढ़ाया जाना चाहिए
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के नारे को और आगे बढ़ाया जाना चाहिए तथा प्रत्येक माता-पिता का यह कर्तव्य है कि वे अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छा स्वास्थ्य भी प्रदान करें। उन्होंने कहा कि आज हमें महिला सशक्तिकरण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज चाहे कोई भी क्षेत्र हो, लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।सामाजिक सुरक्षा तथा महिला एवं बाल विकास विभाग, पंजाब के सहयोग से लोहड़ी मनाते हुए 120 नवजात लड़कियों को जन्म दिया गया। उपायुक्त ने बच्चों के साथ बोलियां बजाकर लोहड़ी का त्यौहार मनाया। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने नवजात बच्चियों के माता-पिता को कंबल व पारंपरिक लोहड़ी का सामान देकर सम्मानित भी किया तथा विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाली 15 लड़कियों को सम्मानित किया, जिनमें से 5 महिलाएं पिंक ऑटो चालक भी थीं।

पहले की तुलना में लड़कियों का अनुपात बढ़ा
डीसी साहनी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से पहले की तुलना में लड़कियों का अनुपात बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हमें समाज से दहेज जैसी कुरीतियों को खत्म करना चाहिए तथा लड़कों को लड़कियों का सम्मान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके।इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिलाओं की महिलाओं से संबंधित विभिन्न प्रकार के कैंसर की जांच की गई तथा उन्हें कैंसर के लक्षणों के बारे में जागरूक भी किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने प्रसवोत्तर आहार के साथ-साथ महिलाओं को कैंसर से बचाव और नींद के महत्व के बारे में जागरूक किया तथा महिलाओं की रक्त जांच भी की। इस शिविर में लगभग एक हजार महिलाओं की जांच की गई।

करीब 800 बालिकाओं के शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्रों की जांच की गई
इस अवसर पर जिला रोजगार एवं उद्यमिता ब्यूरो, अमृतसर द्वारा रोजगार एवं कौशल विकास शिविर आयोजित कर लड़कियों एवं महिलाओं को रोजगार की पेशकश की गई। जिसमें करीब 800 बालिकाओं के शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्रों की जांच की गई। इस अवसर पर महिलाओं के कौशल विकास के लिए पीएडीआई स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा बालिकाओं को ब्यूटी पार्लर, सिलाई-कढ़ाई के बारे में भी जागरूक किया गया।इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी हरदीप कौर ने बताया कि मातृ वंदना योजना के तहत प्रथम व द्वितीय संतान की माताएं, यदि वे लड़कियां हैं, तो बच्चे के जन्म पर 6000 रुपये की धनराशि प्राप्त करने की पात्र हैं। इस अवसर पर उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के बारे में भी विशेष जानकारी दी। इस अवसर पर बालिकाओं द्वारा लोहड़ी के गीत भी गाए गए तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत सेल्फी कॉर्नर भी स्थापित किया गया।इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर परमजीत कौर, सिविल सर्जन डा. किरणदीप कौर, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. भारती, स्कूल की प्रिंसिपल मनदीप कौर भी उपस्थित थीं।

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