
अमृतसर, 8 अप्रैल:पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की नशे के खिलाफ युद्ध अभियान के तहत पदयात्रा छठें दिन जालियां वाला बाग में संपन्न हुई। इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू और बीजेपी प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ उपस्थित थे।पदयात्रा भंडारी ब्रिज पंडित दीनदयाल उपाध्याय शॉपिंग कंपलेक्स से प्रारंभ हुई। इससे पहले राज्यपाल ने सुबह श्री दरबार साहिब में माथा टेका। उन्होंने कहा कि गुरु घर के दर्शन से उनका मन शांति से भर गया। उन्होंने कहा कि आज गुरु घर में भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए, नशे के खिलाफ इस जंग के लिए गुरु नानक देव जी का आशीर्वाद लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को विश्व स्तरीय खेल मैदान तैयार करने चाहिए ताकि बच्चों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके।इसके अलावा माता-पिता का यह कर्तव्य है कि वे अपने बच्चों को खेती-बाड़ी व व्यवसाय में शामिल कराएं तथा उनमें कड़ी मेहनत की आदत डालें, क्योंकि खाली दिमाग शैतान का घर होता है।
राज्यपाल ने जालियांवाला बाग में शहीदों को दी श्रद्धांजलि

राज्यपाल ने जालियांवाला बाग में शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने नशीली दवाओं के उन्मूलन के लिए जनसहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब गुरुओं, संतों, योद्धाओं और देशभक्तों की भूमि है। कटारिया ने कहा कि देश के हर संकट में पंजाब के लोगों ने साथ दिया है। चाहे सीमा की रक्षा हो या अन्न की आपूर्ति, पंजाब हमेशा आगे रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन में भी पंजाबियों का सर्वाधिक योगदान रहा।
सरकार अकेले सफल नहीं हो सकती

राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि नशा उन्मूलन में सरकार अकेले सफल नहीं हो सकती। बच्चों को शिक्षा और खेल से जोड़ने की सलाह दी, ताकि वे मोबाइल की लत से बच सकें। उन्होंने कहा कि नशा पूरे देश की समस्या है, लेकिन पंजाब में यह समस्या कुछ ज्यादा ही है। सीमावर्ती राज्य होने के कारण यहां नशीले पदार्थों की मौजूदगी अधिक है, इसलिए हमें इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा समितियों को मजबूत करने को भी कहा ताकि वे सभी प्रकार की कठिनाइयों का सामना कर सकें।
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