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नवजोत सिंह सिद्धू ने मुक्त बिजली तथा 24 घंटे बिजली सप्लाई को लेकर एक बार फिर 6 ट्वीट किए हैं

बिजली समझौते को रद्द करने के लिए विधानसभा के माध्यम से एक नया कानून बनाने तथा बिजली समझौतों को लेकर बादल परिवार को भ्रष्ट लाभ दिलाने वाले कहा

अमृतसर,6 जुलाई (राजन): नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब में पूर्व अकाली भाजपा सरकार द्वारा यह गए बिजली समझौतों को लेकर एक बार फिर 6 ट्वीट किए हैं। इनमें समझौतों को रद्द करने के लिए विधान सभा में नया बनाने, समझौतों को लेकर बादलपुर वार को भ्रष्ट लाभ दिलाने तथा अन्य आरोप लगाए हैं। सिद्धू द्वारा जारी ट्वीट इस तरह है।
1. मुफ्त बिजली आपूर्ति के खोखले वादे तब तक निरर्थक हैं जब तक कि “पंजाब विधानसभा के माध्यम से एक नया कानून बनाकर” बिजली खरीद समझौतों को रद्द नहीं किया जाता है। … जब तक बिजली खरीद समझौते की त्रुटिपूर्ण धाराओं को पंजाब के हाथों में बांधा जाता है, तब तक 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का विचार एक दिखावा है।

2. बिजली खरीद समझौतों के तहत पंजाब 100% उत्पादन के लिए निश्चित शुल्क का भुगतान करने के लिए बाध्य है … जबकि शेष राज्य 80% से अधिक कोई निश्चित शुल्क नहीं देते हैं। यदि बिजली खरीद समझौतों के तहत निजी बिजली संयंत्रों को इन निर्धारित शुल्कों का भुगतान नहीं किया जाता है, तो इससे पंजाब में बिजली की कीमत में सीधे 1.20 रुपये प्रति यूनिट की कमी आएगी।

3. बिजली खरीद समझौते पंजाब में बिजली की मांग की गलत गणना पर आधारित हैं।लेकिन बिजली खरीद समझौते इस तरह से तैयार किए गए हैं कि अधिकतम मांग (13,000-14,000 मेगावाट) के अनुसार निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा।

4. इससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि निजी बिजली संयंत्रों द्वारा पीक डिमांड अवधि के दौरान बिजली की अनिवार्य आपूर्ति के लिए बिजली खरीद समझौतों में कोई प्रावधान नहीं है। बुवाई के समय, उन्होंने अपने दो बिजली संयंत्रों को बिना मरम्मत के बंद कर दिया है। नतीजतन पंजाब को आज अतिरिक्त बिजली खरीदनी पड़ रही है।

5. पंजाब के लोगों ने खराब बिजली खरीद समझौतों के लिए हजारों करोड़ रुपये का भुगतान किया है! पंजाब ने बिजली खरीद समझौते से पहले बोली के सवालों के गलत जवाब देने के कारण सिर्फ 3,200 करोड़ रुपये कोल-वॉशिंग चार्ज के लिए चुकाए हैं। निजी प्लांट पर मुकदमा चलाने के लिए चोर खामियां तलाश रहे हैं, जिसकी कीमत पंजाब को पहले से ही 25,000 करोड़ रुपये है।

6. पंजाब की जनता की भलाई को नज़रअंदाज करते हुए बिजली खरीद समझौते बादल परिवार को भ्रष्ट लाभ दिलाने के लिए किए गए और ये बादल परिवार के भ्रष्टाचार का एक और उदाहरण हैं… और पंजाब आज इस भ्रष्टाचार का खामियाजा भुगत रहा है। ! ! हम पंजाब विधानसभा में नया कानून और बिजली खरीद समझौतों पर श्वेत पत्र लाकर ही पंजाब को न्याय दिला सकते हैं।

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