अमृतसर,3 दिसंबर(राजन):पंजाब सरकार के अध्यापक विरोधी रवैए के विरोध में रोष बढ़ता जा रहा है। कॉलेज अध्यापकों ने अपने-अपने कॉलेजों में श्रृंखलाबद्ध भूख हड़ताल शुरू कर दी है। पीसीसीटीयू के निर्देशानुसार बीबीके डीएवी कॉलेज यूनिट के तीन अध्यापक डॉ अनीता नरेंद्र, डॉ शैली जग्गी और प्रोफेसर रेणु वशिष्ठ ने भूख हड़ताल रखी। इस अवसर पर संबोधित करते हुए यूनिट के प्रधान डॉ सीमा जेटली ने कहा कि अध्यापक अपनी वांछित मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन पंजाब सरकार की असंवेदनशील दृष्टि में अध्यापकों को भूख हड़ताल करने के लिए विवश कर दिया है यूनिट के सचिव डॉ अंजना बेदी ने कहा कि हमारे समाज में शिक्षा को एक पवित्र व्यवसाय माना गया है। यह बहुत शर्मनाक है कि आज अध्यापकों को अपने कानूनी अधिकारों के लिए उनकी रक्षा के लिए सड़कों पर आकर बैठना पड़ रहा है। इस मौके पर यूनिट मेंबर डॉ शैली जग्गी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यह अत्यंत खेदपूर्ण है कि पूरे देश में मात्र पँजाब और हिमाचल प्रदेश ऐसे राज्य रह गए हैं, जहाँ के शिक्षकों को सातवाँ पे कमीशन नहीं मिल पाया है। इस लिए इस बार पँजाब के सभी कॉलेजों में एजुकेशन बंद का एलान किया गया है। इस मौके पर प्रो पूनम कोहली, डॉ अनीता नरेन्द्र, प्रो स्वीटी बाला, डॉ सुनीता शर्मा, अनीता डॉ अदिति जैन ने भी अध्यापकों को संबोधित किया।
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