मोहल्ला सुधार कमेटी के नौकरी से निकाले गए मुलाजिमों के पक्ष में नगर निगम का समूचा हाऊस मुलाजिमों के हक में उतरा
मुलाजिमों पर दो-चार दिन के लिए समय माड़ा आया, दोबारा नौकरी पर लाएंगे : मेयर रिंटू
निगम में नए आए अधिकारियों ने उनके साथ कोई डिस्कशन नहीं की गई, ना ही उनको पता इस संबंध में पहले क्या-क्या प्रस्ताव डल चुके : मेयर करमजीत सिंह रिंटू

अमृतसर,3 अक्टूबर (राजन): नगर निगम की मोहल्ला सुधार कमेटी में कार्यरत 130 स्ट्रीट लाइट विभाग में इलेक्ट्रिशियन, हेल्पर और 20 सीवरमैन को नगर निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज द्वारा 1 अक्टूबर से नौकरी से निकाल दिया गया था। मोहल्ला सुधार कमेटी के नौकरी से निकाले गए मुलाजिमों के पक्ष में नगर निगम का समूचा हाऊस मुलाजिमों के हक में उतरा।

इस आदेश के बारे 30 सितंबर शुक्रवार को नौकरी से निकाल ले गए मुलाजिमों को पता चलने पर उनके द्वारा रंजीत एवेन्यू स्थित निगम कार्यालय में भारी रोष प्रदर्शन किया गया। इस पर निगम ज्वाइंट कमिश्नर दीपजोत कौर द्वारा मुलाजिमों से मांग पत्र लेकर कहा कि मांग पत्र वह निगम कमिश्नर को भेज देंगे। इसी दौरान मुलाजिम शुक्रवार शाम को स्थानीय निकाय मंत्री डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर को मिलकर अपना दुखड़ा बताया। मौके पर ही मंत्री डॉक्टर निज्जर ने अपने तेवर दिखाते हुए कहा कि हमारी सरकार नौकरियां देने के लिए आई है ना कि किसी को नौकरी से निकालने। मंत्री ने कहा कि वह सोमवार शाम को स्थानीय सरकार के सचिव से मीटिंग करके उनका मसला हल कर देंगे। उनको नौकरी से नहीं निकाला जाएगा।
शनिवार को मुलाजिम कमिश्नर को मिलने उनके आवास स्थान पर गए

शनिवार को नौकरी से निकाले गए मुलाजिमों माल रोड स्थित निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज के आवास में उनको मिलने के लिए गए और जानना चाहा कि उनको नौकरी से क्यों निकाला गया ? कमिश्नर के आवास स्थान के बाहर लगातार 3 घंटे तक जमीन पर बैठकर संघर्ष किया गया। निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज कोठी के भीतर रहते हुए भी मुलाजिमों को मिलने के लिए बाहर नहीं आए। मौके पर ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह मुलाजिमों के बीच आए और उनको सोमवार को मिलने का आश्वासन दिया गया। मुलाजिमों ने ज्वाइंट कमिश्नर से कहा कि वह मात्र शांति पूर्वक यहां पर बैठे हैं और सिर्फ यह जानना चाहते हैं हमको क्यों नौकरी से निकाला गया ? इतना कहकर मुलाजिम वहां से चलें गए।
अलबत्ता निगम कमिश्नर ने पुलिस को दी शिकायत

मुलाजिमों के वहां से जाने के उपरांत निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज ने शांति पूर्वक वहां पर बैठे हुए मुलाजिमों से किसी तरह की भी बातचीत ना करके अलबत्ता थाना सिविल लाइन की पुलिस को यूनियन के प्रधान भूपिंदर सिंह और उनके लगभग 40 से50 साथियों के विरुद्ध शिकायत दे दी कि मुलाजिमों ने उनके निवास स्थान का एंट्री गेट जोर-जोर से खटखटा कर तोड़ने की और घर के भीतर जबरन दाखिल होने की कोशिश की। इनके विरुद्ध केस दर्ज किया जाए।
पार्षदों को स्ट्रीट लाइट संबंधी शिकायतें आनी शुरू हुई
शनिवार रात कई क्षेत्रों में लाइट ना शुरू होने और रविवार को दिन में कई जगह पर लाइटें जगी रहने की पार्षदों को शिकायतें आनी शुरू हो गई। शुक्रवार से ही पार्षदों को पता चल गया कि निगम कमिश्नर द्वारा मोहल्ला सुधार कमेटी के मुलाजिमों को नौकरी से निकाल दिया गया है। जिससे पार्षदों में भी रोष पनपना शुरू हो गया। पार्षदों द्वारा नौकरी से निकाले गए मुलाजिमों से संपर्क करना शुरू कर दिया गया। अधिकांश पार्षदों ने तो मीडिया में बयान देने में शुरू कर दिए गए की मुलाजिमों को नौकरी से नहीं निकालने देंगे। निगम पार्षदों के अपने ग्रुप में भी अन्य पार्टियां छोड़ आम आदमी पार्टी को ज्वाइन किए गए पार्षदों, कांग्रेसी पार्षदों और अन्य पार्टी के पार्षदों द्वारा भी नौकरी से निकाले गए मुलाजिमों के हक में बोलना शुरू कर दिया।
मुलाजिमों के हक में मेयर व समूह पार्षद धरने पर पहुंचे

सोमवार को मुलाजिमों ने निगम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। धरना प्रदर्शन में पार्षदों द्वारा पहले से ही धरना देने की भी बात कह दी गई थी ।

जिस पर आज सीनियर डिप्टी मेयर रमण बख्शी, डिप्टी मेयर यूनुस कुमार, पार्षद विकास सोनी, पार्षद महेश खन्ना, पार्षद दमनदीप सिंह, पार्षद अमन ऐरी, पार्षद अश्वनी कालेशाह, पार्षद प्रदीप शर्मा, पार्षद सर्वजीत सिंह लाटी, मिट्ठू मदान, सतीश बल्लू , जगदीश कालिया, परमजीत चोपड़ा तथा भारी संख्या में अन्य पार्षद निगम कार्यालय के बाहर मुलाजिमों के साथ ही धरने पर बैठ गए।

इसी बीच मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू निगम ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह और आम आदमी पार्टी में शामिल हुए पार्षदों के साथ धरने पर पहुंच गए। मेयर रिंटू ने कहा कि मुलाजिमों पर दो-चार दिन के लिए समय माड़ा आया, कोई बात नहीं दोबारा नौकरी पर लाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस बारे में लोकल बॉडी मंत्री डॉ इंद्रबीर निज्जर से उनकी विस्तार पूर्वक बातचीत हो चुकी है। मेयर रिंटू ने कहा कि मुलाजिमों को नौकरी से निकालने का आदेश जारी करने से पहले हमारे साथ किसी ने कोई डिसकस नहीं की है। उन्होंने कहा कि निगम में अधिकारी नए आए हैं, उनको नहीं पता कि इसको लेकर निगम हाउस में पहले क्या-क्या प्रस्ताव डल चुके हैं और आदेश जारी करने से पहले किस-किस से कंसेंट करना जरूरी था।
मेयर समूह पार्षदों और मुलाजिमों को अपनी कार्यालय ले गए

इसी बीच आज दोपहर को मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू अपने साथ सीनियर डिप्टी मेयर रमण बख्शी, डिप्टी मेयर यूनुस कुमार, पार्षद विकास सोनी,पार्षद महेश खन्ना और अन्य पार्षदों को नौकरी से निकाले गए मुलाजिमों को अपने कार्यालय के भीतर ले गए। वहां पर भी मेयर व समूह पार्षदों ने मुलाजिमों को जल्द नौकरी में वापस लाने के लिए आश्वासन दिया। इसी बीच बाद में नगर निगम में और भी चल रही अनियमतायो के विरुद्ध भी मेयर और पार्षदों के बीच डिस्कशन हुई। इसका समाधान भी जल्द निकालने के लिए मेयर ने पूर्ण विश्वास दिलवाया।
” नगर निगम में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं “
मोहल्ला सुधार कमेटी में कार्यरत मुलाजिमों को निगम कमिश्नर द्वारा नौकरी से निकालने पर मुलाजिम भड़क उठे। इसके साथ-साथ पिछले कई दिनों से ” नगर निगम में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है “। किंतु कोई भी खुलकर सामने नहीं आ रहा। अलबत्ता निगम के कुछ अधिकारी जिनमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल दबी जुबान में तो कुछ कह देते हैं किंतु सामने नहीं आ रहे हैं। विशेषकर वरिष्ठ अधिकारी की ‘बोलचाल’ को लेकर कई बार अधिकारी कुछ समय के लिए नाराज हो जाते हैं और फिर मीटिंग में जाना शुरु कर देते हैं। इसको भी लेकर नगर निगम के गलियारे में तरह-तरह की अटकने चलती रहती हैं। यहां तक भी मीडिया पर्सन को भी नहीं बख्शा जाता। किसी मीडिया पर्सन की न्यूज़ पर वरिष्ठ अधिकारी गुड लिखता है, तो उस पर भी सबसे बड़े अधिकारी द्वारा तीखा कमेंट करने में गुरेज नहीं किया जाता। ज्यादातर यही देखने को मिल रहा है कि निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को नेगेटिव तौर पर देखा जा रहा है।
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