75 मामलों की सुनवाई
अमृतसर, 28 अक्टूबर(राजन):पंजाब राज्य महिला आयोग द्वारा पुलिस लाइन में आयोजित दो दिवसीय लोक अदालत के दूसरे दिन, 75 मामलों की सुनवाई की गई और 5 पुलिस जिलों के अधिकारियों को इन मामलों पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा गया। चेयरपर्सन मुनीषा गुलाटी ने कहा कि आयोग ने अमृतसर ग्रामीण, तरनतारन, बटाला और गुरदासपुर के पुलिस अधिकारियों को महिलाओं द्वारा दर्ज की गई शिकायतों को आगे बढ़ाया है, जिस पर उनके खिलाफ की गई कार्रवाई पर एक स्थिति रिपोर्ट मांगी गई है। मुनीषा गुलाटी ने कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों को घरेलू हिंसा से जुड़ी महिलाओं की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं।
5 जिला पुलिस अधिकारियों से स्थिति रिपोर्ट मांगी गई
मनीषा गुलाटी ने कहा कि हालांकि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं, फिर भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं। मैडम गुलाटी ने कहा कि आज की मुख्य जरूरत आदमी को अपनी मानसिकता बदलने और महिला को अपने बराबर मानने की है। उन्होंने कहा कि पति और पत्नी के पास एक वाहन के दो पहिए हैं और एक वाहन दोनों पहियों के बिना नहीं चल सकता है। उन्होंने कहा कि अगर पति-पत्नी साथ रहते हैं तो घर का माहौल सहज महसूस होता है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर मामलों में सास-बहू के झगड़े के मामले सामने आए हैं और पंजाब राज्य महिला आयोग ने दोनों पक्षों की आपसी काउंसलिंग के जरिए सहमति मांगी है। उन्होंने कहा कि आज की लड़की को कल सास बनना है और अगर वह यह समझती है तो सारा झगड़ा खत्म हो सकता है। विजय कुमार, उप निदेशक, पंजाब राज्य महिला आयोग,मोहन कुमार और बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।