अमृतसर, 23 अप्रैल ( राजन गुप्ता): गुरु नगरी अमृतसर में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। शहर में जगह-जगह गंदगी और कूड़े के ढेर साफ नजर आते हैं। नगर निगम ने शहर में डोर टू डोर कूड़ा लिफ्टिंग, सड़कों से कूड़ा हटाने के कलेक्शन प्वाइंट, डंप में बायोरेमेडीएशन कर कूड़े का पहाड़ को हटाने और वहां पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने के लिए एक कंपनी के साथ साल 2016 में कॉन्ट्रैक्ट किया था। किंतु नगर निगम इन तीनों कार्यों में बुरी तरह से नाकाम हुई है। नगर निगम कंपनी को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के एवज में प्रतिमाह डेढ़ करोड़ से अधिक राशि दे रही है।कंपनी लोगों के घरों और कमर्शियल अदारों से भी प्रतिमाह लाखों रुपया वसूल कर रही है।
डोर टू डोर और कलेक्शन प्वाइंट से नहीं उठ रहा पूरा कूड़ा
नगर निगम ने डोर टू डोर और कलेक्शन प्वाइंट से कूड़ा उठाने का ठेका जो कंपनी को दिया हुआ है, उसमें नाकामी की बहुत ही बातें है। सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनी इस वक्त पूरी तरह से कंगाल हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार इस वक्त कंपनी पर लगभग 9 करोड़ रुपयो का कर्ज हैं। जिसमें कंपनी को डीजल देने वाले पेट्रोल पंप, सीएनजी गैस देने वाले, किराए पर गाड़ियां देने वाले, रिपेयर करने वाली वर्कशॉप, इसके इलावा और के भी कर्ज बकाया है। कंपनी इनका भुगतान नहीं कर पा रही है।प्रतिदिन कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को अलग-अलग जगह से बड़ी ही कठिनाई से डीजल और सीएनजी मिल रही है।निगम से कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक कंपनी के पास कूड़ा कलेक्शन के लिए 240 गाड़ियां होनी चाहिए। किंतु इस वक्त कंपनी के पास लगभग 140 गाड़ियां ही है।इसके साथ-साथ कलेक्शन प्वाइंट से कूड़ा हटाने के लिए कंपनी के अधिकांश कंपैक्टर भी खराब पड़े हुए हैं। कंपैक्टर कम चलने से कलेक्शन प्वाइंट से पूरी तरह से कूड़ा नहीं हटाया जा रहा हैं।
नगर निगम ने कूड़ा उठाने के लिए 25 ट्रैक्टर-ट्रालियां हायर की है
कंपनी की गाड़ियां कम होने के कारण नगर निगम ने 25 ट्रैक्टर- ट्रालियां हायर की हुई है। जो शहर से कूड़ा करकट उठा रही हैं। निगम द्वारा हायर की गई ट्रैक्टर ट्रालियों का भुगतान कंपनी को प्रति महीने दिए जाने वाले भुगतान में से काट कर दिए जाना है।
कंपनी टिपिंग चार्ज बढ़ाने की कर रही मांग
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनी टिपिंग चार्ज बढ़ाने की लगातार मांग कर रही है। कंपनी के अधिकारी का कहना है नगर निगम के साथ साल 2016 में कॉन्ट्रैक्ट हुआ था। उस वक्त कंपनी को 1 टन कूड़े के एवज में 1370 रुपए टिपिंग चार्ज देना तय हुआ था। 8 वर्ष बीत जाने के उपरांत टिपिंग चार्ज नहीं बढ़ाया गया है। 8 वर्षों में डीजल और लेबर के भाव काफी बढ़ गए हैं।
डंप में कूड़े का पहाड़ लगातार बढ़ रहे
नगर निगम ने कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट किया था कि भगतावाला कूड़े के डंप से कूड़े की बायोरेमेडीएशन करके कूड़े के पहाड़ को हटाना है। जिस वक्त कॉन्ट्रैक्ट किया गया था, उसे वक्त इस कूड़े के डंप में लगभग 13 लाख मेट्रिक टन कूड़ा था। कंपनी द्वारा इस कूड़े के डंप में बायोरेमेडीएशन करके लगभग 2 लाख मेट्रिक टन कूड़े की बायोरेमेडीएशन कर दी। अब पिछले लंबे अरसे से कूड़े की बायोरेमेडीएशन पूरी तरह से बंद पड़ी हुई है। जिस कारण इस वक्त कूड़े के डंप में लगभग 19 लाख मेट्रिक टन से अधिक कूड़ा एकत्रित हो चुका है। कूड़े के इतने बड़े पहाड़ में से अब तो जहरीली गैस भी निकालनी शुरू हो गई है। डंप के आसपास रहने वाले लोगों का भी बुरा हाल है।डंप के बिल्कुल निकट दाना मंडी में गेहूं की खरीद हो रही है, मंडी की स्थिति भी बिगड़ रही है।
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट
नगर निगम ने कंपनी के साथ डंप वाली जगह पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने का कॉन्ट्रैक्ट किया था। इसका भी 7 साल बीत जाने के उपरांत कुछ नहीं हो पाया है। कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार नगर निगम ने कंपनी को 25 एकड़ जगह देनी थी । इस क्षेत्र में एक मामूली सी जमीन को लेकर एक प्राइवेट पार्टी दे हाई कोर्ट में केस दायर किया था। उस प्राइवेट पार्टी का कहना था कि यहां पर मामूली सी कुछ जमीन की मलकियत उसकी है। कंपनी द्वारा भी हाईकोर्ट में चल रहे केस का बार-बार हवाला दिया जाता रहा। कंपनी द्वारा नगर निगम को यही चेतावनियां देती जाती रही कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने के लिए नगर निगम ने कंपनी को जमीन न देकर कंपनी का करोड़ो रुपयो का नुकसान किया है। इसके लिए कंपनी हाईकोर्ट में जाकर करोड़ो रुपयो का आर्बिट्रेशन केस दायर करके करोड़ों रुपया वसूलेगी। नगर निगम का एक प्राइवेट पार्टी के साथ चल रहा हाई कोर्ट में केस का नतीजा 17 मई 2023 को नगर निगम के हक में आ गया था ।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन करें
https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की खबर पढ़ने के लिए ट्विटर हैंडल को फॉलो करें