एकांतवास न रह कर ऐसे मरीज़ कर रहे हैं कोरोना का पसार
अमृतसर, 27 अगस्त (राजन): कोविड-19 के नोडल अधिकारी कम एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर अमृतसर डा. हिमाशूं अग्रवाल ने जिले के सभी स्कैनिंग सैंटर जिनमें एक्सरे और एम.आर.आई के टैस्ट किए जाते हैं, को हिदायत की है कि वह अपने पास आने वाले प्रत्येक मरीज़, जिसके लक्षण कोरोना-19 के साथ मिलते हों, का डेटा जिला प्रशाशन को दें, जिससे ऐसे मरीजों के कोरोना टैस्ट करवाकर उनको एकांतवास करने के साथ-साथ उनका इलाज किया जा सके। इंडियन मैडीकल एसोसिएशन अमृतसर के प्रधान को लिखे पत्र में डा. हिमाशूं ने अंदेशा ज़ाहर किया कि जिला प्रशासन को यह पता लगा है कि कुछ लोग जिनमें कोरोना के लक्षण होते हैं, वह कोरोना के लिए निर्धारित टैस्ट, जैसे कि आर.टी.पी.सी.आर या आर.ए.टी. न करवा कर एक्सरे और एम.आर.आई. आदि करवा कर अपने आप को आश्वासन देने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा करके वह न केवल अपनी और अपने परिवार की जान के साथ खेल रहे हैं, बल्कि घर में एकांतवास न रह कर कोरोना की बीमारी को फैला रहे हैं। इसलिए ऐसे लोगों की गतिविधियों को रोकने के साथ-साथ इनका इलाज करवाना ज़रूरी है। उन्होने सभी स्कैनिंग केन्द्रों को कहा कि वह ऐसे मरीज़ जिनमें कोविड-19 के लक्षण दिखाई दें, की सूचना जिला प्रशाशन को ई-मेल amritsarcontrolroom@gmail.com और nrhmamritsar@gmail.com पर तरुंत दें, जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके। उन्होने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से घरेलू एकांतवास के लिए छूट दी होने के कारण अब कोई भी व्यक्ति, जिनमें 60 साल से अधिक उम्र के बुज़ुर्ग और गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं, कोरोना टैस्ट पाज़ीटिव आने पर अपने घर में एकांतवास रह सकते हैं, बशर्ते कि उनकी सेहत ठीक हो और घर में रहने के लिए अलग स्थान हो। डा. हिमाशूं ने कहा कि लोग कोरोना टैस्ट करवाने उपरांत चाहे अपने घर ही रह रहे हों, परन्तु हमारे ध्यान में होंगे तो हम किसी भी तरह की सहायता के लिए तैयार रहेंगे और यदि ऐसा नहीं होगा तो हो सकता है कि हमारी टीम आपकी समय पर सहायता न कर सके। इस लिए ज़रूरी है कि प्रत्येक संदिग्ध व्यक्ति अपना टैस्ट करवाए।