अमृतसर,25 जुलाई (राजन): नगर निगम का एस्टेट विभाग अपने पार्किंग स्टैंड अलॉट करने की प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पा रहा है। इससे निगम को वित्तीय हानि हो रही है। निगम ने जून माह में शहर के अपने 12 पार्किंग स्टैंडो के ई टेंडर / बिड लगाई थी। जिसे 25 जून को खोला गया था। उसमें शहर के 6 पार्किंग स्टैंडो के ई टेंडर 2-2 तथा 1-1 ठेकेदारों द्वारा भरे गए पाए गए। कम ई टेंडर पाए जाने पर उसी वक्त 7 दिनों के शॉर्ट टर्म टेंडर जारी कर दिए गए।
किंतु इतना समय बीत जाने के बाद भी विभाग द्वारा अभी तक पार्किंग स्टैंड के ई टेंडर सार्वजनिक नहीं किए।पता चला है कि 6 पार्किंग स्टैंड के ई टेंडर 2-2 तथा 1-1 ठेकेदार द्वारा भरे हुए हैं। जिनमें गुरुनानक भवन सिटी सेंटर, कैरो मार्केट, मछली मार्केट, पंडित दीनदयाल उपाध्याय कंपलेक्स, अमनदीप अस्पताल पुराना थाना सदर के साथ होटल तथा नया आरटीओ कार्यालय पार्किंग स्टैंड शामिल है, जो भरे गए हैं। नियम के अनुसार निगम को स्टैंड इन ठेकेदारों को अलॉट करने हैं। इनसे ठेके में भरी गई राशि की 50% राशि लेकर तथा शेष रहती राशि की बैंक गारंटी और चेक लेकर अलॉट किए जा सकते हैं। अगर संबंधित ठेकेदार इस प्रक्रिया को पूरा नहीं करता तो उसके द्वारा पहले से भरी गई राशि को निगम जप्त कर सकता है। इतने दिन बीत जाने के बाद भी निगम द्वारा प्रक्रिया को पूरा ना करने पर प्रतिदिन हजारों रुपयों की वित्तीय हानि हो रही है। पता चला है कि टेंडर खोलने के लिए टेंडर कमेटी के सभी अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर नहीं किए जा रहे हैं।
पार्किंग माफिया चला रहा स्टैंड
नगर निगम के इस वक्त शहर में एक दर्जन से ऊपर पार्किंग स्टैंड है। निगम के खाते में सभी स्टैंड बंद पड़े हुए हैं तथा निगम को इन स्टैंटों से कोई भी राशि नहीं इस वक्त आ रही है। निगम ने कुछ स्टैंड पर तो अपने कर्मी बिठाए हुए हैं। इसके बावजूद पार्किंग स्टैंड माफिया द्वारा पार्किंग चलाए जा रही हैं। 25 जून को पार्किंग स्टैंड के शॉर्ट टर्म टेंडर लगाने के बावजूद अभी तक इस प्रक्रिया को पूरा ना करना विभाग पर सवालिया निशान खड़ा करता है?
Check Also
नव विकसित हो रही अवैध कॉलोनियों पर ए डी ए, पुड्डा ने की कार्रवाई
अनाधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई। अमृतसर 21 मार्च(राजन):पंजाब सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों …