निगम कर सकती है वर्क आर्डर रद्द, मेंटेनेंस के ठेके पर भी पड़ सकता असर
वार्डो में कम लगी लाइटें से पार्षद बार-बार उठा रहे हैं आवाज
अमृतसर,17 जुलाई ( राजन ): स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट का कार्य पिछले लंबे समय से अधूरा चल रहा है। इस प्रोजेक्ट का कार्य समुंदरा कंपनी पुणे (महाराष्ट्र) द्वारा किया जा रहा है।लगभग 67500 से अधिक एलईडी लाइटें लगा दी गई है। इस प्रोजेक्ट के तहत कंपनी द्वारा अभी तक अधिकांश स्ट्रीट लाइट पोलो का अर्थिंग का काम नहीं किया गया है। निगम कार्यालय में स्क्रीन शुरू करने के बाद नहीं चल रही और कुछ अन्य कार्य भी अभी अधूरे हैं। इस वक्त लगभग शहर की 20 से अधिक वार्डों में स्ट्रीट लाइट अधूरी लगी हुई है। जिससे इन क्षेत्रों के लोग अपने अपने पार्षदों को संपर्क करके बताते है किंतु सामान ना होने के कारण कुछ नहीं हो पा रहा है।
1 वर्ष पहले वित्त एंड ठेका कमेटी ने प्रस्ताव किया था मंजूर
वार्डों में लाइटे कम लगने के कारण निगम की वित्त ठेका कमेटी ने 1 वर्ष पहले एलईडी लाइटिंग खरीदने के लिए 2 सितंबर 2020 को 7.28 करोड़ों रुपयों का प्रस्ताव मंजूर किया था। इसके साथ साथ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में 1 करोड़ 22 लाख 50 हजार रुपयों की एलईडी लाइटें खरीदने का प्रस्ताव को भी मंजूर किया था। 30 अप्रैल 2021 को नगर निगम द्वारा वित्त एंड ठेका कमेटी से मंजूर हुए दोनों प्रस्तावों के वर्क आर्डर समुद्रा कंपनी पुणे हो जारी कर दिए गए थे। किंतु अभी तक इन दोनों जारी हुए वर्क ऑर्डरो के बावजूद नगर निगम को एलइडी स्ट्रीट लाइट का समान नहीं मिला हैं । इन दोनों वर्क आर्डर के अनुसार निगम को लगभग 18 हजार से अधिक एलईडी लाइटे सामान सहित आना है। इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कुछ नहीं हुआ। समुंदरा कंपनी के अधिकारियों द्वारा नगर निगम कमिश्नर मलविंदर सिंह जग्गी तथा स्ट्रीट विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग करके कहा गया था कि स्ट्रीट लाइट का सामान आ रहा है और हर हालत में अगस्त माह तक समान आ जाएगा। इसके बावजूद भी अभी तक स्ट्रीट लाइट का सामान नहीं पहुंचा। जिसका खामियाजा लाइटे कम लगने से शहरवासी झेल रहे हैं।
नगर निगम कर सकती है वर्क आर्डर रद्द, मेंटेनेंस ठेके पर भी पड़ सकता असर
समुद्रा कंपनी द्वारा वर्क आर्डर लेने के बावजूद इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी तक समान ना भेजने से नगर निगम कंपनी का वर्क ऑर्डर रद्द करके नया टेंडर लगा सकती है और कंपनी डी -बार भी हो सकती है। इसके साथ साथ शहर के विधायकों को द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्रों स्ट्रीट लाइट लगवाने के टेंडर जारी किए जा रहे हैं। इसका सीधा असर कंपनी को दिए गए शहर की स्ट्रीट लाइट की ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस के ठेके पर भी पड़ सकता है।समुंद्रा कंपनी जनवरी 2021से ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस एवज में 400 रुपए वार्षिक प्रति स्ट्रीट लाइट पॉइंट का ठेका किया हुआ है। पिछले साढे़ 8 महीनों से कंपनी कार्यरत है और लाखों का भुगतान भी ले चुकी है। कंपनी द्वारा स्ट्रीट लाइट की ऑपरेशन तथा मेंटेनेंस के लिए अभी तक नाही पूरी तरह से मशीनरी रखी हुई है, नाही स्टाफ तथा नाही इतने बड़े शहर में विधानसभा क्षेत्रों के अनुसार अपने कार्यालय रखे हुए हैं। इसके साथ साथ नगर निगम में मोहल्ला सुधार कमेटी के तहत 130 मुलाजिम भी स्ट्रीट लाइट एवज में निगम से प्रति मांह वेतन ले लेकर कार्य भी कर रहे हैं ।