उम्मीद है कि नए मुख्यमंत्री जल्द से जल्द जरूरी काम करेंगे और किसानों के साथ उनकी लड़ाई में खड़े होंगे
किसानों को उनका हक दिलाने के लिए उनके साथ संघर्ष करने की प्रतिबद्धता दोहराई
चंडीगढ़/ अमृतसर, 19 सितंबर(राजन):पंजाब कांग्रेस संकट के बीच पार्टी द्वारा अपमानित किये जाने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने रविवार को उन 150 किसानों के परिवारों को नियुक्ति पत्र और निर्धारित भुगतान को खुद ना करने पर दुख व्यक्त किया जिन्होंने कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन में, मौजूदा समय में अपनी जान गंवाई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ही घोषित किए गए नए मुख्यमंत्री के साथहैं,वह दुर्भाग्य से मृतक किसानों के परिजनों को व्यक्तिगत रूप से नौकरी के पत्र नहीं सौंप पाएं, भले ही उनकी मंत्रिपरिषद ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी हो। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए मुख्यमंत्री प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए जल्द से जल्द इस कार्य को अंजाम देंगे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मनोनीत मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि राज्य सरकार पंजाब के संकटग्रस्त किसानों के साथ खड़ी रहे, जिन्होंने न्याय के लिए हमारी सामूहिक लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह अस्तित्व और न्याय की लड़ाई में किसानों का समर्थन करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “हर पंजाबी, वास्तव में हर भारतीय, नैतिक रूप से किसानों के साथ उनकी निराशा की घड़ी में खड़े होने के लिए बाध्य है,” उन्होंने कहा, भले ही वह अब राज्य की बागडोर नहीं संभाल रहे , उनका दिल किसानों और उनके परिवारों के साथ बना रहा और वह यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी शक्ति में सब कुछ करेगा कि उन्हें उनका हक मिले।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह, जिनकी सरकार ने 298 मृतक किसानों के परिजनों को 14,85,50,000 रुपये का मुआवज़ा भी जारी किया , ने कहा कि वह भारत की अन्नदाता की कुर्बानी को बेकार नहीं जाने देंगे। यह हर सरकार और राजनीतिक व्यवस्था की जिम्मेदारी हैं , चाहे वह पंजाब में हो या किसी अन्य राज्य में, साथ ही केंद्र में, यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों को उनका हक मिले। उन्होंने कहा कि 51 और परिवारों के मामले प्रक्रियाधीन हैं।