अमृतसर,27अगस्त (राजन): महानगर में प्रतिदिन लगभग 500 बकरे का मीट और लगभग 20 हजार चिकन का मीट बिकता है। नगर निगम का प्रति बकरा 100 रुपए और प्रति चिकन की भी स्कैजिंग फीस लेनी बनती है। इसमें नगर निगम को अपने स्लॉटर हाउस प्रतिदिन मात्र 100 बकरों की ही फीस आ रही है। चिकन कटने के एवज में नगर निगम को कुछ भी नहीं मिल रहा है। जिससे नगर निगम को लाखो रुपयों की वित्तीय हानि हो रही है।शहर में प्रतिदिन लगभग एक लाख यात्री आ रहे हैं और शहर की जनसंख्या के अनुसार भारी भरकम बकरे और चिकन के मीट की खपत होती है। शहर में होटल, रेस्टोरेंट, ढाबो की भरमार है। शहर में बकरे का मीट, चिकन और कटी हुई फिश बेचने वाली दुकानों की भी भरमार लगी हुई है। इन दुकानों की भी नगर निगम द्वारा नियमित तौर पर जांच करनी आवश्यक है।
स्लॉटर हाउस से कटा बकरा ही शहर में बिक सकता है
नियम और कानून के अनुसार नगर निगम के स्लॉटर हाउस से ही कटा हुए बकरे का मीट ही शहर में बिक सकता है। शहर से बाहर और शहर के भीतर काटे जाने वाले बकरे का मीट शहर में नहीं बिक सकता है। इसके बावजूद नगर निगम के क्षेत्रफल के बाहर के स्लॉटर हाउस और निजी तौर पर बकरों को काटकर शहर में प्रवेश करवा कर बेचा जा रहा है। इसमें चाहे बीमार बकरे क्यों ना हो। मीट का कारोबार करने वाला माफिया इतना स्ट्रांग है कि उसने कभी भी किसी सरकारी अदारे की परवाह नहीं की है। नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से प्रतिदिन माफिया निगम को लाखों रुपए का चूना लगा रहा है।
निगम ने आज बड़े पैमाने पर की कार्रवाईया
इसकी जानकारी नगर निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज और ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह को मिलने पर आज निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस पर बड़े पैमाने पर कार्रवाईया की गई है। निगम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ किरण कुमार ने अपनी टीम सेनेटरी इंस्पेक्टर विजय गिल, सेनेटरी इंस्पेक्टर ब्रह्मदास, सेनेटरी इंस्पेक्टर अशोक कुमार और सेनेटरी सुपरवाइजरो के साथ शहर के नामी-गिरामी राय चिकन हाउस चमरांग रोड, बिंद्रा चिकन पुतलीघर, स्टैंडर्ड मीट बटाला रोड, काहलो चिकन जीटी रोड तथा अन्य बड़े-बड़े मीट विक्रेताओं की दुकानों पर छापेमारी और जांच की गई।मीट बेच रहे इन बड़े-बड़े अदारो पर छापामारी दौरान दुकानों के भीतर गंदे हालातों में बकरे और चिकन का मीट काटे जाने के चालान भी काटे गए हैं। दुकानों के भीतर कटे हुए कुछ बकरों पर नगर निगम के स्लॉटर की मोहर भी नहीं लगी हुई थी। कुछ दुकानदारों ने कहा कि वह कटे कटाए चिकन बाहर से लेकर आ रहे हैं। इस पर डॉ किरण कुमार ने जिस कंपनी से चिकन लाए जा रहे हैं उस कंपनी के बिल मांगे गए औऱ इनसे कटे हुए बकरे और चिकन ही बनती फीस की रसीद मांगी गई इनके पास कोई भी बिल औऱ रसीद नहीं थी। अलबत्ता उसके पास एक या दो कटे हुए बकरों ही रसीद थी किंतु वहां पर कटे हुए बकरों की मात्रा बहुत अधिक थी।
डॉ किरण कुमार ने बताया कि चमरांग रोड पर स्थित राय चिकन हाउस में लगभग 2000 से अधिक स्लॉटर हुए चिकन पड़े हुए थे। इसकी एवज में इस चिकन हाउस के मालिक से नगर निगम की रसीद मांगी गई तो उसके पास कोई भी रसीद नहीं थी।
राय चिकन हाउस के मालिक ने बताया कि वह चिकन काटने का कार्य नगर निगम की हदूद से बाहर करते हैं। इसके बाद नगर निगम की हद में लॉकर हजारों चिकन प्रतिदिन बेचे जाते हैं।स्वास्थ्य अधिकारी डॉ किरण कुमार ने बताया कि इतने बड़े पैमाने पर धांधली देखकर वह और उनकी टीम हैरान हो गई। उन्होंने कहा कि फिलहाल तो चालान ही काटे गए हैं। चिकन कटने के एवज में बनती फीस और अन्य जानकारियां लेने के लिए नगर निगम स्लॉटर हाउस के वेटरनरी डॉ दर्शन कश्यप को भी लिखकर भेज दिया हुआ है कि उसके द्वारा आज तक इस संबंध में क्या-क्या कार्रवाई की है। उसकी जानकारियां और इस संबंधी नगर निगम हाउस से हुए मंजूर प्रस्तावों की फाइलें भी मंगवाई गई है। उन्होंने कहा कि आज की छापेमारी और जांच के उपरांत निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज और ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह को बनती कार्रवाईया करने के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है। निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई आज की छापेमारी से मीट विक्रेताओं में भारी हड़कंप पाया जा रहा है।
जांच करवा करेंगे कार्रवाई: हरदीप सिंह
निगम ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह ने कहा कि नगर निगम को हो रही वित्तीय हानि और बकायदा तौर पर बकरों और चिकन का स्लॉटर ना होने से दूषित मीट बिकने पर होने वाली बीमारियां चिंता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी इसमें लिप्त मीट बेचने वाले कारोबारी और विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध भी बनती कार्रवाई होगी।
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