अमृतसर, 8 अक्टूबर(राजन): जिला अमृतसर के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा हाड़ी फसलों की तकनीकी जानकारी देने के लिए आयोजित जिला स्तरीय किसान प्रशिक्षण शिविर और कृषि प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि सुखी किसान हमारी सरकार के लिए एक बड़ा मुद्दा है और हम कृषि को लाभदायक बनाने के लिए काम कर रहे हैं।उन्होंने किसानों से धान की पराली को जलाकर खेतों को बंजर न बनाने बल्कि इस कचरे को खेत में जोतने से खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने की अपील की।उन्होंने कहा कि इस बार हम मनरेगा के तहत भूसा इकट्ठा करने का भी काम करेंगे, ताकि किसानों को सहारा दिया जा सके। धालीवाल ने किसानों को गेहूं और धान के फसल चक्र से बाहर निकलकर नकदी फसल लगाने की सलाह दी। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि पंजाबसरकार हर समय आपके साथ है और सरकार के साथ मिलकर आप पंजाब को फिर से तरक्की के रास्ते पर लाएंगे।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक कृषि दलजीत सिंह गिल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्य कृषि अधिकारी अमृतसर डॉ. जतिंदर सिंह गिल ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों और किसानों का स्वागत किया।उन्होंने जिले में चल रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि जिले में 1.88 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुवाई होने का अनुमान है।उन्होंने कहा कि हाड़ी मौसम में किसानों को मानक खाद और बीज उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने किसानों से गेहूं और अन्य फसलों के संशोधित बीज बोने को कहा ताकि फसलों को बीमारियों के हमले से बचाया जा सके। उन्होंने किसानों से पराली को आग न लगाने की पुरजोर अपील की ताकि पर्यावरण की शुद्धता बनी रह सके।कृषि विशेषज्ञों ने किसानों से कहा कि उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग को रोकने के लिए मिट्टी परीक्षण के आधार पर विशेषज्ञों की सिफारिशों के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करें। अनावश्यक कीटनाशकों के प्रयोग को रोकने के लिए कृषि विभाग के विशेषज्ञों से परामर्श कर ही जहर का छिड़काव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के समय में कृषि संसाधनों का समुचित उपयोग और पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम समय की मुख्य आवश्यकता है।
इस किसान मेले में कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, डेयरी, भूमि संरक्षण विभाग, केवीके, उर्वरक, बीज, दवाएं, नवीनतम कृषि मशीनरी और स्वयं समूहों ने भी कृषि प्रदर्शनियों का आयोजन किया जिसमें किसानों ने बहुत रुचि दिखाई और जानकारी प्राप्त की।डॉ. बिक्रमजीत सिंह उप निदेशक केवीके, डॉ नरिंदर पाल सिंह प्रभारी किसान सलाहकार केंद्र अमृतसर, डॉ सुखजिंदर जीत सिंह, प्रोफेसर आस्था ने किसानों को विभिन्न विषयों और कृषि पर तकनीकी जानकारी दी।इस अवसर पर उप संचालक कृषि रामिंदर सिंह धंजू, कृषि अधिकारी कुलदीप सिंह मटेवाल, अमरजीत सिंह बल, तजिंदर सिंह, भूपिंदर सिंह, मनिंदर सिंह, बलविंदर सिंह छिनन, रमन कुमार, सतविंदर सिंह संधू, जोगराजबीर सिंह गिल, कुलजीत सिंह रंधावा, सुखचैन सिंह पीडी आत्मा, कृषि विकास अधिकारी अजमेर सिंह, प्रभजोत कौर, मनदीप सिंह, परजीत सिंह औलख, गुरजोत सिंह गिल, गुरप्रीत सिंह औलख, गुरविंदर सिंह संधू, राशपाल सिंह, सुखबीर सिंह संधू, सुखराज सिंह सिद्धू, हरमनदीप सिंह, सतविंदरबीर सिंह, विक्रमजीत सिंह, अमरदीप सिंह, कृषि विस्तार अधिकारी प्रभादीप सिंह गिल, जसदीप सिंह, गुरिंदर सिंह, हरभजन सिंह, हरप्रीत सिंह, गुरप्रीत कौर, सतवंत कराऊ, मनविंदर सिंह, जसपाल सिंह, हरनेक सिंह, जगदीप कौर डीपीडी आत्मा और कर्मचारी कृषि विभाग, और ए बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा उद्यमी किसानों को सम्मानित किया गया।
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