अमृतसर, 9 अक्टूबर(राजन):समय की मुख्य आवश्यकता भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं और शिक्षाओं का पालन करना और समाज की भलाई के लिए आगे आना है तभी हम अपने देश और राज्य का विकास कर सकते हैं। ये बातें स्थानीय निकाय मंत्री डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर ,मेयर करमजीत सिंह रिंटू और कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने भगवान वाल्मीकि के प्रगट दिवस के अवसर पर देश -विदेश में रहने वाले भक्तों को बधाई देते हुए व्यक्त की।स्थानीय निकाय मंत्री डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर , मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू और मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने भगवान वाल्मीकि के गवाल मंडी चौक स्थित आश्रम की ओर जाने वाली सड़क पर 50 लाख रुपये की लागत से बनने वाले स्वागत द्वार का भी लोकार्पण किया।स्थानीय निकाय मंत्री डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर और मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि आज बहुत ही शुभ दिन है कि मैं इस स्वागत द्वार का उद्घाटन कर रहा हूं।
उन्होंने सभी भक्तों को बधाई देते हुए कहा कि समाज में जाति मुक्त और आपसी भाईचारा बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि अमृतसर गुरुओं, पीरों की भूमि है और हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि भगवान वाल्मीकि जी ने इस भूमि पर बैठकर रामायण की रचना की। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि के आश्रम में लाखों श्रद्धालु आते हैं और इस मार्ग पर 35 फुट ऊंचा स्वागत द्वार बनाया जाएगा।
मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है कि इस गेट का निर्माण नगर निगम द्वारा किया जा रहा है।उन्होंने लोगों को बधाई देते हुए कहा कि जल्द ही 40 लाख रुपये की लागत से बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि की शिक्षाओं का पालन करना और अपने जीवन को सफल बनाना समय की मुख्य आवश्यकता है।इस मौके पर विधायक डॉ. जसबीर सिंह संधू, पार्षद नीतू टांगरी, पवन द्रविड़, शशि गिल समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
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