वार्डबंदी : सर्वे में छूटी लगभग 5 लाख आबादी का टारगेट, 25 दिन में सिर्फ 33 हजार ही कवर
अमृतसर,11 अक्टूबर (राजन):नगर निगम अमृतसर हाउस (सदन)जनवरी 2018 में गठित हुआ था।चुना गया हाउस जनवरी 2023 में समाप्त होने जा रहा है। हाउस समाप्त होने से पहले नगर निगम के चुनाव होने आवश्यक है। निगम चुनाव को लेकर लोकल बॉडी विभाग चंडीगढ़ ने नगर निगम शहर की वार्ड बंदी के लिए सर्वे जुलाई माह तक पूरा करने के आदेश जारी किए थे। नगर निगम द्वारा शहर के 7001 ब्लॉक गठित करके 10 सेक्टर अधिकारी बना कर 304 मुलाजिम सर्वे करने के लिए 15 जून को फील्ड में उतार दिए थे। सर्वे टीमों द्वारा सितंबर माह में जो रिपोर्ट दी गई थी, वह बिल्कुल अधूरी थी। अगर अमृतसर की वार्ड बंदी ही नहीं पूरी तरह से हो पाई, निगम चुनाव कैसे होंगे ?
वार्डबंदी सर्वे में छूटी हुई 5 लाख आबादी
सितंबर माह में सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार वार्ड बंदी सर्वे में लगभग 5 लाख आबादी और एक लाख से अधिक घर छूट गए थे। सर्वे टीमें शहर के 40 प्रतिशत क्षेत्रों में गई ही नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट्स में आने के उपरांत निगम कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर ने इसे गंभीरता से लिया। निगम कमिश्नर ने 14 सितंबर को सर्वे 25 सितंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए थे। इसके उपरांत निगम ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह को एक बार फिर से इसकी कमान दी गई और अगले 7 दिनों के भीतर सर्वे पूरा करने के निर्देश जारी किए गए । ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह वार्ड बंदी सर्वे को लेकर अधिकारियों के साथ खुद भी फील्ड में उतरे थे। इसके बावजूद अभी तक सर्वे कहीं भी नजर नहीं आ रहा है। सर्वे टीमों द्वारा पिछले 25 दिनों में मात्र लगभग 33 हजार बस स्टैंड की आबादी,अंदरून शहर की लगभग 16 हजार आबादी और अन्य आबादियों में भी कुछ खास सर्वे नहीं कर पाई हैं। अभी तो सर्वे टीमों द्वारा सर्वे किया जा रहा है। सर्वे पूरा होने के उपरांत ब्लॉक गठित किए जाएंगे। इसके उपरांत ही वार्ड बंदी के लिए रिपोर्ट लोकल बॉडी विभाग चंडीगढ़ भेजी जाएगी। वहां पर तय होगा कि अब अमृतसर की कितनी वार्ड गठित की जानी है। इनमें पुरुष, लेडीस, जरनल, एससी, बीसी कौन-कौन सी वार्ड होनी है। वार्ड बंदी के वार्डों के अनुसार नक्शे और कितने कितने वोट है, वह भी दर्शाए जाने हैं। इस सारी प्रक्रिया को पूरा करने में काफी समय लग सकता है।
ऐसे में आने वाले अढ़ाई माह में वार्ड बंदी कैसे गठित होगी ?
जनवरी से पहले लगभग 4 लाख की आबादी कवर करना मुश्किल दिख रहा है। बता दें कि शहर के 85 वार्डों की नए सिरे से वार्डबंदी के लिए 301 मुलाजिमों की डयूटी लगाई गई थी। इनको 7001 ब्लाक कवर करने को दिए गए थे। निगरानी के लिए 10 सेक्टर इंचार्ज लगाए गए थे। इन मुलाजिमों ने 15 जून से सर्वे शुरू कर 3 माह बाद 14 सितंबर को रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट में 8.13 लाख आबादी और 1,65,006 घर कवर करने की जानकारी दी गई थी। जब रिपोर्ट का मिलान 11 साल पहले 2011 में हुई मतगणना की रिपोर्ट के साथ किया गया तो सर्वे का गोलमाल सामने आ गया।ऐसे में आने वाले अढ़ाई माह में वार्ड बंदी कैसे गठित होगी ? इसके लिए किसकी जिम्मेदारी तय होगी।
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