अमृतसर, 26 मार्च (राजन):वारिस पंजाब दे के चीफ व खालिस्तान समर्थकअमृतपाल सिंह की तलाश का रविवार को 9वां दिन भी जारी रही। अमृतपाल के मामले में जांच
के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। अमृतपाल ने दुबई से पंजाब आने के बाद दीप सिद्धू की पॉपुलैरिटी का फायदा उठाने के लिए ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन से मिलता जुलता संगठन बना दिया था। जिसे उसने ‘वारिस पंज-आब दे’ का नाम दिया। पुलिस जांच के मुताबिक दीप सिद्धू के परिवार ने अमृतपाल को वारिस पंजाब दे के डॉक्यूमेंट देने से मना कर दिया था। वह अमृतपाल को दीप सिद्धू और उसके संगठन का उत्तराधिकारी मानने को राजी नहीं हुए क्योंकि दीप सिद्धू ने अमृतपाल को ब्लॉक कर रखा था।
इस नए संगठन को बैक डेट में रजिस्टर करवाया
अमृतपाल ने इस नए संगठन को बैक डेट में रजिस्टर करवाया। इसका रजिस्ट्रेशन मोगा जिले के दुनेके गांव में अमृतपाल के करीबी सहयोगी गुरमीत सिंह बुक्कनवाला के पते ‘गुरु नानक फर्नीचर स्टोर’ पर कराया गया। बुक्कनवाला को हिरासत में ले लिया गया है और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत आरोप लगाया गया है। उसे भी असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह भी सामने आया कि दीप सिद्धू का संगठन सर्व शिक्षा अभियान, प्रदूषण के बारे में जागरूकता, नशे में डूबे युवकों को खेल की तरफ लाने और कुदरती आपदा के दौरान मदद के लिए बनाया गया था। जिसके लिए बकायदा नियम भी बनाए गए थे। वहीं अमृतपाल के संगठन का मकसद रियल एस्टेट और धार्मिक कार्यक्रमों में सुरक्षा देना था। अमृतपाल के जैकेट-चश्मे और ट्रैकसूट में वीडियो वायरल हो रहे हैं। ये पटियाला के बताए जा रहे हैं। पटियाला में अमृतपाल को पनाह देने वाली महिला को अरेस्ट कर लिया गया है।
नेपाल बॉर्डर पर वांटेड के पोस्टर भी लगा दिए गए
अमृतपाल की तलाश के लिए नेपाल बॉर्डर पर वांटेड के पोस्टर भी लगा दिए गए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल की आखिरी लोकेशन उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में मिली है। महाराजगंज में उत्तर प्रदेश से नेपाल बॉर्डर सटा हुआ है।
हथियारों की ट्रेनिंग देना चाहता था
पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस सोर्सेज ने बताया कि अपनी प्राइवेट आर्मी को ट्रेनिंग देने के लिए अमृतपाल पाकिस्तान से 6 AK-47 और 2 AK-56 मंगाई थीं। हथियार जम्मू-कश्मीर के रास्ते पंजाब पहुंचने थे। अमृतपाल अपनी प्राइवेट आर्मी आनंदपुर खालसा फौज (AKF) और अमृतपाल टाइगर फोर्स (ATF) को इसकी ट्रेनिंग देना चाहता था। इसके लिए वह पाकिस्तान के रिटायर्ड मेजर के संपर्क में था।
पंजाब पुलिस ने 193 युवाओं को रिहा किया
5 राज्यों में सर्च के बाद पुलिस अभी तक इस मामले में 353 लोगों को हिरासत में ले चुकी है। पुलिस ने बड़ा कदम उठाते हुए अभी तक 193 युवाओं को रिहा कर दिया है। डीजीपी गौरव यादव का कहना है कि यह कदम मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेशों पर उठाया गया है।
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