अमृतसर,11 जनवरी :लुधियाना के विधानसभा क्षेत्र वेस्ट से आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी की गोली लगने से मौत हो गई है। घटना शुक्रवार रात करीब 12 बजे की है। पुलिस जांच में सामने आया कि गोगी घर में अपना लाइसेंसी पिस्टल साफ कर रहे थे। इसी दौरान अचानक गोली चल गई। गोली सिर से आर-पार हुई। उन्हें पुलिस कर्मचारी और परिवार के सदस्य दयानंद मेडिकल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसका पता चलते ही डिप्टी कमिश्नर जितेन्द्र जोरवाल और पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल अस्पताल में पहुंचे। बाद में अधिकारी गोगी के घर भी पहुंचे।
विधायक की मौत किन हालातों में हुई, यह कहना जल्दबाजी होगी
ADCP जसकरण सिंह तेजा ने बताया कि पिस्टल 25 बोर का था। विधायक की मौत किन हालातों में हुई है यह कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि सीन ऑफ क्राइम हमने देखा है। किचन में काम करने वाले नौकर ने बताया कि वेपन से एक ही फायर हुआ । उन्होंने कहा कि अभी डिप्रेशन जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। उन्होंने रूटीन की तरह खाना खाया था। आज पोस्टमॉर्टम के बाद डेडबॉडी परिजनों को सौंप दी जाएगी। उनका दोपहर 3 बजे लुधियाना में KVM स्कूल के पास श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा। आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा,मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया और बरिंदर कुमार गोयल गोगी के घर पहुंचे। मुख्यमंत्री भगवंत मान गोगी के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर गहरा दुख जताया है।
कई प्रोग्राम में शामिल होकर घर पहुंचे थे गोगी
जानकारी के मुताबिक गोगी ने शुक्रवार शाम को बुड्ढा दरिया पर पार्टी के राज्यसभा सांसद संत बलवीर सिंह सीचेवाल से मुलाकात की। इसके अलावा कई अन्य प्रोग्राम में शिरकत करके घर पहुंचे थे। गोगी ने अपने नौकर से कहकर खाना भी तैयार करवाया। इस बीच अचानक से गोगी के कमरे से गोली चलने की आवाज आई। पत्नी डॉ. सुखचैन कौर, बेटा और नौकर कमरे में पहुंचे। गोगी खून से लथपथ हालत में जमीन पर गिरे थे। परिवार के सदस्यों ने तुरंत शोर मचाकर सुरक्षा कर्मियों को सूचना दी। सुरक्षा कर्मी और परिवार के सदस्य गोगी को अस्पताल.लेकर आए। डॉक्टरों की टीम उनके उपचार में जुटी, लेकिन कुछ देर बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पूर्व मंत्री को हराकर विधायक बने थे
2022 के विधानसभा चुनाव में गोगी लुधियाना के वेस्ट विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को हराया था। गोगी को करीब 40 हजार वोट मिले थे।
चुनाव से पहले AAP जॉइन की थी
गोगी ने 2022 में चुनाव से पहले AAP जॉइन की थी। इससे पहले वह 23 साल तक कांग्रेस पार्टी में रहे। नगर निगम में वे 3 बार पार्षद रहे। उनकी पत्नी डॉ सुखचैन बस्सी भी एक बार पार्षद रह चुकी हैं।
PSIEC के चेयरमैन रहे गोगी, इस वक्त विधानसभा लोकल बॉडी विभाग कमेटी के भी चेयरमैन
गुरप्रीत गोगी इस वक़्त आम आदमी पार्टी की सरकार में पंजाब सरकार की लोकल बॉडी विभाग की कमेटी के भी चेयरमैन थे।कांग्रेस सरकार के दौरान गोगी को पंजाब स्माल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले वे 2014 से 2019 तक कांग्रेस के जिला प्रधान भी रहे। आप में शामिल होने से पहले गोगी कांग्रेस में नगर निगम के मेयर पद के मजबूत दावेदार थे, लेकिन बाजी बलकार सिंह संधू ने मार ली थी। इसके बाद से उन्होंने कांग्रेस से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। गोगी पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नजदीकी रहे।
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