
अमृतसर, 23 जुलाई:विजीलेंस ब्यूरो ने जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम, तरनतारन के प्रधान के रीडर वरिंदर गोयल को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। यह मामला सिर्फ रिश्वत का नहीं, बल्कि एक ऐसी महिला के साथ धोखे का है, जिसने अपने पति को ड्यूटी के दौरान हुए हादसे में खो दिया था। मृतक सहायक सब-इंस्पेक्टर की विधवा को मिलने वाली 30 लाख की मुआवजा राशि को लेकर बैंक में तकनीकी अड़चन आने पर, उन्होंने अपने हक के लिए उपभोक्ता फोरम का रुख किया। लेकिन न्याय दिलाने वाली व्यवस्था में ही जब पैसे की मांग होने लगे, तो उन्होंने हिम्मत दिखाकर विजीलेंस का दरवाजा खटखटाया।
विजीलेंस की टीम ने दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में 50 हजार रुपए रिश्वत लेते किया काबू
विजीलेंस प्रवक्ता के अनुसार, आरोपी रीडर ने महिला से केस में अनुकूल फैसला दिलाने के बदले 10% यानी पूरे 3 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। महिला की शिकायत के बाद विजीलेंस की टीम ने जाल बिछाया और दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में 50 हजार रुपए रिश्वत की पहली किस्त लेते हुए आरोपी को धर दबोचा। इस कार्रवाई के बाद आरोपी के खिलाफ विजीलेंस ब्यूरो थाना, अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
आरोपी को कल अदालत में पेश किया जाएगा
आरोपी को कल अदालत में पेश किया जाएगा, और उससे पूछताछ के आधार पर आगे की परतें खोली जाएंगी।वहीं इस घटना ने उपभोक्ता फोरम की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां आम जनता न्याय की उम्मीद लेकर पहुंचती है, वहीं अगर सिस्टम से जुड़े लोग ही पैसा कमाने का जरिया बना लें, तो भरोसा कैसे बचेगा
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