
अमृतसर, 14 जून (राजन): मंगलवार सुबह 8 बजे कंपनी बाग में सूखे पत्ते के डंप में आग लग गई। आग तेजी से फैलने के कारण फायर ब्रिगेड विभाग को आग पर काबू पाने के लिए लगभग 2 घंटों का समय लग गया। आग लगने से कंपनी बाग सैर करने आए लोग हॉफते रहे और आसपास के क्षेत्रों में धुआं फैलने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

शहर में कंपनी बाग सैर के लिए तैयार किया गया है,जहां अमृतसर वासी सुबह ताजी हवा लेने पहुंचते हैं, लेकिन मंगलवार सुबह सभी लोगों ने ऑक्सीजन की जगह धुंआ निगला हैं। हुसैनपुरा, शिवाला कॉलोनी व कंपनी बाग के सामने रहने वाले लोग धुएं के चलते हांफते रहे, क्योंकि कंपनी बाग में एकत्रित पत्ते व झाड़ियों को कुछ दिनों बाद आग लग जाती है। कंपनी बाग के चिल्ड्रन पार्क के साथ लगभग 300 वर्ग गज तक फैले पत्तों व झाड़ियों के डंप में रात को,कभी-कभी दिन में आग लग जाती है। रविवार को सुबह 11बजे गोल बाग में भी भयंकर आगजनी हुई थी।अक्सर कंपनी बाग, गोल बाग, सकतरी बाग, बेरी गेट पार्क तथा शहर के बड़े पार्क में सूखे पत्ते टहनियों में आगजनी हो जाती है। जिससे सैर करने आए लोगों तथा आसपास की आबादियों में रहने वाले लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। इसकी शिकायते कई बार नगर निगम को की जा चुकी है, लेकिन नगर निगम का ध्यान इसका हल निकालने पर नही है।गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की तर्ज पर कई बार कंपनी बाग में पत्ते-पत्तियों को गड्ढों में भरकर इसकी खाद बनाने पर विचार किया गया, लेकिन नगर निगम इसकी तरफ ध्यान देने को तैयार नहीं है।
सप्ताह में दो बार सूखे पत्तों को उठा निगम भेजता है फोकल प्वाइंट

पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल डिपार्टमेंट(पीपीसीडी) के दिशा निर्देशों अनुसार कंपनी बाग सूखे पत्तों के डंप से नगर निगम का बागवानी विभाग सप्ताह में दो बार सूखे पत्ते और टहनियो को जेसीबी और टिप्पर के माध्यम से उठाकर फोकल प्वाइंट में भेजता है।जहां पर कंपनी द्वारा इससे खाद बनाई जाती है।
सभी पार्कों से प्रतिदिन लिफ्टिंग होनी चाहिए
विशेषकर कंपनी बाग और शहर के सभी पार्को से नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन सूखे पत्ते टहनियों और कूड़ा करकट की लिफ्टिंग करवाई जानी चाहिए। इससे भगतावाला कूड़े के डंप में बायोरेमीडेशन करवा खाद बनेगी।अगर नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की तर्ज पर पार्क में ही कम्पोस्टपैड बना दे तो पार्क में ही खाद बन सकती है।