Breaking News

एमटीपी विभाग के पास अधिकारियों की भारी कमी के चलते अवैध निर्माणों पर नियमित तौर पर काबू नहीं पाया जा रहा 

अमृतसर,29 सितंबर (राजन): नगर निगम के एमटीपी विभाग के पास अधिकारियों की भारी कमी है। जिस कारण शहर में धड़ल्ले से चल रहे अवैध निर्माणों पर नियमित तौर पर काबू नहीं पाया जा रहा है। अवैध निर्माणों को गिराने के लिए निगम के पास आधुनिकतरह की भी मशीने नहीं है। विभाग के पास इस वक्त एक एमटीपी, चार एटीपी, पांच बिल्डिंग इंस्पेक्टर, एक हेड ड्राफ्टमैन और एक ड्राफ्टमैन है। जबकि निगमानुसार विभाग के पास दो एमटीपी, 6 ए टी पी,25 बिल्डिंग इंस्पेक्टर ,3 हैंड ड्राफ्टमैन तथा 5 ड्राफ्टमैन होने चाहिए। इतने अधिकारियों की संख्या भी कुछ वर्ष पहले के नियमानुसार है। अब तो शहर का क्षेत्रफल और आबादी भी बढ़ गई है। यही मुख्य रूप से कारण है कि शहर में भारी संख्या में अवैध तौर पर बिल्डिंगों के निर्माण हो चुके हैं। जहां तक पुलिस का सवाल है। नगर निगम के पास इतनी भारी संख्या में पुलिस बल और बढ़िया हथियार नहीं हैं। नगर निगम द्वारा भारी संख्या में पुलिस को अवैध निर्माणों की शिकायतें की जा चुकी है किंतु पुलिस द्वारा एफ आई आर दर्ज नहीं की जाती है।

ग्रीन एवेन्यू -मॉल रोड बेसमेंट की खुदाई  से गिरी सड़क मामला

विगत 24 सितंबर को ग्रीन एवेन्यू- माल रोड और निर्माणाधीन एक बड़े होटल के बिल्डर द्वारा बेसमेंट खोदकर मामूली सी पाइलिंग  की जा रही थी। बेसमेंट के खोदते वक्त विशेषकर सड़कों के साथ लगभग 14 फीट जगह छोड़कर खुदाई करनी होती है। ऐसा तो यहां पर बिल्कुल नहीं किया गया। सबसे महत्वपूर्ण पांच सितारा होटल का निर्माण करने से पहले ही नक्शा अभी तक मंजूर नही हुआ और निर्माण शुरू कर दिया गया।बिल्डर ने पहले पूर्व सरकार के एक बड़े राजनेता और सरकार जाने के उपरांत वर्तमान सरकार के एक कद्दावर नेता से संपर्क कर लिया। इस पांच सितारा होटल का नक्शा मंजूर कराने के एवज में अगर पंजाब इन्वेस्ट नक्शा पास करता है, तो सरकार को करोड़ों रुपए और अगर नगर निगम से नक्शा मंजूर करवाया जाता है,तो नगर निगम को सरकार से भी अधिक करोड़ों रुपए टैक्स एकत्रित होता है। जबकि पंजाब सरकार और नगर निगम को  टैक्स के रूप में फिलहाल तो कुछ भी नहीं आया।अलबत्ता नगर निगम की सड़क धंसने और सीवरेज ध्वस्त होने से लगभग 30.50 लाख रुपयों का नुकसान हो गया है।

होटल बनाने वालों ने 5 महीनों तक किसी की कोई परवाह नहीं की

पिछली पूर्व काग्रेस सरकार के समय पांच सितारा होटल बनाने वाले बिल्डरों के मालिक ने जमीन खरीद कर रजिस्ट्री करवाई। अप्रैल माह के अंत में बेसमेंट की खुदाई करनी शुरू कर दी। जब मामूली सी बेसमेंट हो चुकी थी, तब तत्कालीन बिल्डिंग इंस्पेक्टर  कुलविंदर कौर ने इसका नोटिस जारी करके निर्माण को बंद करवा दिया। कुछ दिन बेसमेंट की खुदाई का निर्माण बंद रहा। किंतु फिर बेसमेंट की खुदाई का कार्य शुरू हो गया। बिल्डिंग इंस्पेक्टर कुलविंदर कौर का  तबादला हो गया। उसके उपरांत बिल्डिंग इंस्पेक्टर धीरज कुमार की कुलविंदर कौर का तबादला होने के कुछ दिन बाद ड्यूटी लग गई। धीरज कुमार को सबसे बड़ा और पूरा  पॉश सिवल लाइन का क्षेत्र दे दिया गया। निगम के पास कुल 5 बिल्डिंग इंस्पेक्टर होने के कारण वह इंस्पेक्टर ही क्षेत्र को निचली अदालतों के केस, हाई कोर्ट के केस और चंडीगढ़ में आरटीआई के केस देखते हैं। अगस्त माह में बिल्डिंग इंस्पेक्टर धीरज कुमार ने बेसमेंट की खुदाई करवाते हुए लोगों से कागजात मांगे तो किसी ने भी कोई कागजात नहीं दिखाएं। बिल्डिंग इंस्पेक्टर उनको कागजात लाकर एमटीपी विभाग के ऑफिस  आकर उच्च अधिकारियों को मिलने के लिए कह दिया। इसके बावजूद भी एमटीपी विभाग के ऑफिस में कोई नहीं आया। इंस्पेक्टर धीरज कुमार विभाग की बड़ी गाड़ी, अपना डिमोलिशन स्टाफ और निगम की पुलिस को लेकर मौके पर गया, वहां पर काम कर रहे कारीगरों और मजदूरों का सामान उठाकर निर्माण बंद करवा कर ऑफिस में वापस आ गया। इसके बाद निगम के उच्च अधिकारियों को वर्तमान सरकार के कद्दावर नेता और एमटीपी विभाग के अधिकारियों को उस कद्दावर नेता के ऑफिस से फोन आने शुरू हो गए। अपने अधिकारियों को कहने पर उठाया हुआ सामान वापस करना पड़ा और फिर बेसमेंट की खुदाई और पाइलिंग का निर्माण शुरू हो गया। विगत 24 सितंबर को बरसात आने पर पायलिंग के साथ-साथ ग्रीन एवेन्यू की लगभग100 फीट की सड़क धंस कर टूट गई। गनीमत यह रही कि उस वक्त सड़क से कोई नहीं गुजरा था और ना ही बेसमेंट में कोई कार्य कर रहा था। घटना होने के उपरांत दुहाई मच गई। निगम कमिश्नर और निगम ज्वाइंट कमिश्नर द्वारा तरह-तरह के बयान जारी कर दिए गए। किंतु फिलहाल अभी तक इस पर कोई भी कार्रवाई सामने नहीं आई है।पुलिस के अनुसार उनके पास निर्माणाधीन बिल्डर के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करवाने के लिए कोई भी शिकायत अभी तक नहीं आई है। जबकि इस मामले में बिल्डर के साथ साथ निगम अधिकारियों के विरुद्ध भी एफ आई आर होनी चाहिए और निगम के बड़े अधिकारियों को भी सस्पेंड करना चाहिए। जबकि एक एटीपी और एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर के विरुद्ध लोकल बॉडी विभाग को लिखा गया है।

लिंक रोड पर ऐसा मामला होने पर 6 अधिकारी किए गए सस्पेंड

ऐसा ही एक मामला मई माह में रेलवे स्टेशन के सामने लिंक रोड पर हुआ। वहां पर भी एक निर्माणाधीन  एक पांच सितारा होटल के साथ अनसेफ बिल्डिंग गिरने से आसपास के 8 मकान टूट गए। इस मामले को लेकर जांच बिठाई गई और जांच उपरांत दो एमटीपी,3 एटीपी और एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया। जो अभी तक सस्पेंड है। जबकि इस पांच सितारा होटल का निर्माण करने वाले बिल्डर ने पंजाब इन्वेस्ट से  नक्शा मंजूर करवाया हुआ था। नक्शे के अनुसार सीएलयू के अलावा सभी टैक्स और प्रत्येक विभाग की एनओसी भी ली हुई थी। कुछ देर इस निर्माणाधीन होटल का निर्माण बंद रहा और विभागीय मंजूरी मिलने के बाद अब फिर पिछले लंबे समय से लगातार निर्माण चल रहा है। अभी भी इस निर्माणाधीन होटल के साथ  पिछले लंबे समय से निगम के एमटीपी विभाग द्वारा घोषित की जा चुकी एक बड़े पुराने होटल की अनसेफ  बिल्डिंग को अभी भी हटाया नहीं जा रहा हैं। जबकि निर्माणकर्ता होटल के डायरेक्टर द्वारा निगम को बार-बार कहा जा रहा है कि अनसेफ बिल्डिंग को तुरंत हटाया जाए, अगर बिल्डिंग गिर गई तो कोई भी अनहोनी घटना घट गई उस पर उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। क्या नगर निगम अनसेफ बिल्डिंग को खुद ही गिरने का इंतजार कर रहा है।  इस सारे प्रकरण में  एमटीपी विभाग के 6 अधिकारी अभी भी सस्पेंड है।

‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन कर

https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG

About amritsar news

Check Also

नगर निगम अमृतसर मेयर चुनाव को लेकर कंटेंप्ट ऑफ़ हाई कोर्ट पर सुनवाई कल होगी:जालंधर डिविजनल कमिश्नर और नगर निगम अमृतसर कमिश्नर होंगे पेश

नगर निगम अमृतसर के कार्यालय का दृश्य। अमृतसर, 1 जुलाई (राजन): नगर निगम अमृतसर मेयर, …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *