प्रतिदिन 3 हज़ार व्यक्तियों के कोरोना टैस्ट करने यकीनी बनाए जाएंगे
अमृतसर, 5 सितम्बर (राजन): डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा ने कोरोना की मौजूदा स्थिति पर नोडल अधिकारियों और सेहत विभाग के सीनियर अधिकारियों के साथ की समीक्षा मीटिंग को संबोधित करते कहा कि कोविड-19 के इस संकटकाली समय दौरान लोगों में बीमारी को लेकर गलत धारणाएं पैदा हुई हैं, जिसके साथ सेहत विभाग की चुणौतियों में विस्तार हुआ है, जिसको तुरंत दूर करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि सभी पॉजीटिव मरीज़ों को अफवाहें और गलत प्रचार से बचाने के लिए कौंसलिंग के साथ-साथ कोरोना संबंधी भरोसेयोग्य और सही जानकारी मुहैया करवाई जानी चाहिए। उन्होने कहा कि गलत प्रचार कारण आम लोग कोरोना के टैस्ट करवाने से कतराने लगे हैं, इसलिए ज़रूरी है कि लोगों तक सही बात पहुंचाई जाए। उन्होने कहा कि हमें अपनी समर्था अनुसार प्रतिदिन करीब 3 हज़ार लोगों के सैम्पपल लेने यकीनी बनाने चाहिएं, जिससे कोरोना का संक्रमण आगे से आगे न फैले और पीडित व्यक्तियों का इलाज एकांतवास में रखकर किया जा सके।
उन्होने कहा कि ज्ञान की कमी के कारण बहुत सी गलत जानकारी सामने आ रही है। लोगों के मन में से बीमारी संबंधी अफ़वाहें, डर और गलत धारणाओं को ख़त्म करने के लिए जागरूकता मुहिम की ज़रूरत है, जिसमें लोगों के चुने हुए प्रतिनिधियों पंच, सरपंच, पार्षद और सेहत विभाग की टीमों का साथ लिया जाएगा।
उन्होने कहा कि कोविड संबंधी उचित व्यवहार की सावधानियां जैसे कि दूर से नमस्कार करना, हर समय मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाई रखना, अपनी, आँखें-नाक और मुँह को छूने से बचना, अनावश्यक यात्रा से परहेज़ करने को अपनाया जाना चाहिए। इस अवसर पर उनके साथ एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर हिमाशूं अग्रवाल, एडिश्नल डिप्टी कमिशनर रणबीर सिंह मूधल, पलवी चौधरी (आई.ए.एस.), सहायक कमिश्नर अनमजोत कौर, एस.डी.एम विकास हीरा, एस.डी.एम. शिवराज सिंह बल्ल, सिवल सर्जन डा. नवदीप सिंह, डा. करन मेहरा और अन्य सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे।