चंडीगढ़ / अमृतसर,9 अक्टूबर(राजन): राजधानी दिल्ली में बिजली संकट के बाद अब पंजाब में भी कोयले की कमी को लेकर बिजली सप्लाई पर असर शुरू हो गया है। पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोयले की कमी के चलते कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्र कम क्षमता पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिजली की स्थिति गंभीर होने के कारण, राज्य में बिजली संयंत्रों के पास पांच दिनों तक कोयले का भंडार बचा है।
पता चला है कि देश को 16 लाख टन कोयले की जरुरत है। इस समय 15 लाख टन उत्पादन हो पा रहा है। कंपनियों को कोयले की उत्पादन बढ़ाने की जरूत है। ताकि त्योहारों के समय लोगो को अधेरे में रहना ना पड़ जाए।
ऐसे में पंजाब के थर्मल प्लांटों में होने वाली कोयले की भारी कमी का असर अब बिजली सप्लाई पर साफ दिख रहा है। वहीं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पॉवर कट लगने भी शुरू हो चुकी है। पंजाब के पास मात्र 5 दिनों का ही बिजली के लिए कोयला भंडारण बचा हुआ है। अगर थर्मल प्लांटो कोयले भंडारण उपलब्ध ना कराए गए तो फिर पंजाब में ब्लैक आउट हो सकती है।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र सरकार को अलर्ट कर पंजाब के थर्मल प्लांटो के लिए कोयला भंडारण उपलब्ध कराने की मांग की गई है।