अमृतसर,27 नवंबर (राजन):भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता राकेश टकैत और महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल आज अमृतसर पहुंच कर पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश टकैत ने कहा कि केंद्र सरकार ने केवल तीन काले कानूनों को रद्द करने की घोषणा की है लेकिन कोई कानून जारी नहीं किया गया है और काले कानूनों के अलावा और कोई घोषणा नहीं की गई है। किसान लगभग एक साल से सीमा पर बैठे हैं। केंद्र की मोदी सरकार अभी भी मुख्य मांगों समूह फसलों का एमएसपी बिल मंजूर करने तथा अन्य मांगों पर चुप है। सीमा पर अब तक मारे गए 700 किसानों के लिए उचित मुआवजा देने और परिजनों को सरकारी नौकरी देने, बिजली संशोधन बिल जैसे मुद्दों को हल करने, दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज किए गए केस को रद्द करने और पुलिस थानों में बंद किए गए किसानों के ट्रैक्टर या अन्य उपकरण तुरंत और बिना शर्त जारी किए जाने चाहिए।
इसलिए जब तक केंद्र सरकार किसानों की इन सभी मांगों को नहीं मानती तब तक किसान सरहद खाली नहीं करेंगे। सभी मांगें पूरी होने के बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा।मिश्रा के पिता अजय मिश्रा, जिन्होंने अभी तक तकित ने कहा कि मोदी सरकार ने नाही मंत्री पद से हटा दिया है और न ही इस्तीफा दिया है, मोदी सरकार को उसे तुरंत हटाकर जांच में शामिल किया जाना चाहिए।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि यदि पंजाब सरकार जल्द ही किसानों से किये गये अपने चुनावी वादे के अनुसार किसानों का पूरा कर्ज माफ नहीं करती है तो आने वाले चुनाव में किसान कांग्रेस की सरकार को चलता करेंगे और नई सड़कें पंजाब में निर्माणाधीन है। उसमें किसानों की उपजाऊ जमीन अधिग्रहित की जा रही है। किसानों को बाजार दर पर मुआवजा दिया जाना चाहिए। इस अवसर पर उनके साथ भारी संख्या में किसान नेता मौजूद थे।
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