किसे एक हस्पताल में बैड भरे मिलने पर घबराने की ज़रूरत नहीं, अन्य अस्पताल भी कर रहे हैं कोरोना का ईलाज
अमृतसर, 16 सितम्बर (राजन): अमृतसर के एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर डा. हिमाशूं अग्रवाल, जो कि जिले में कोरोना को लेकर नोडल अधिकारी भी हैं, ने बताया कि अमृतसर के सरकारी और निजी अस्पताल, जोकि कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे हैं, में बैडों की कोई कमी नहीं है और लोग इसको लेकर किसी भी तरह की अफ़वाहों में न आएं। उन्होने कहा कि यदि किसी अस्पताल में बैड भरे मिल रहे हैं तो घबराने की ज़रूरत नहीं, वह अन्य अस्पतालों से इलाज करवा सकते हैं। उन्होने बताया कि जो मरीज़ ज़्यादा गंभीर नहीं उनके लिए गुरू नानक देव अस्पताल में इस समय पर 308 बैड हैं, जिनमें से 196 खाली हैं। इसी तरह श्री गुरु रामदास अस्पताल में 40 बैड कोरोना मरीजों के आइसोलेशन के लिए मौजूद हैं और 28 खाली हैं, कोरपोरेट अस्पताल में 25 बैड में से 4 खाली हैं, महावीर अस्पताल में 4 हैं और सभी खाली हैं, नीलकंठ अस्पताल में 11 में से 2 खाली हैं। अमनदीप अस्पताल में 13 में से 2 खाली, मैडीसड अस्पताल में 10 में से 4 खाली, ई.एम.सी अस्पताल में 31 में से 16 खाली, के.डी. गणेशा अस्पताल में 7 में से 2 खाली, महाजन अस्पताल में 6 में से 2 खाली, अरोड़ा अस्पताल 10 में से 6 खाली, न्यू भंडारी अस्पताल में 6 में से 4 खाली, अकाशदीप अस्पताल में 16 हैं और सभी आज खाली हैं।
इसी तरह निजी हस्पताल के 239 आइसोलेशन बैडों में से 138 ही भरे हैं, बाकी 101 खाली हैं। डा. हिमाशूं ने बताया कि यदि आई.सी.यू की बात की जाये तो गुरू नानक देव अस्पताल में 20, अमनदीप में 4, ई.एम.सी में 4, कॉर्पोरेट में 6, मैडीसड में 2, के.डी. गणेशा में 1, नीलकंठ में 6, महाजन अस्पताल में 1, अकाशदीप में 14 और अरोड़ा अस्पताल में 2 आई.सी.यू बैड भी खाली हैं।
डा. हिमाशूं ने कहा कि लोग कोरोना को लेकर घबराने नहीं। यदि वह टैस्ट में पाज़ीटिव हैं, परन्तु ठीक हैं तो अपने घर एकांतवास में रह कर भी अपना इलाज कर सकते हैं और यदि उनके पास घर में अकेले रहने की सुविधा नहीं है, तो हमारे की तरफ से भी एकांतवास केंद्र बनाए गए हैं, जो कि अस्पताल से दूर हैं। वहां भी मरीज़ों को रखकर डाक्टरों के नेतृत्व में इलाज किया जा रहा है।