नगर निगम ज्वाइंट कमिश्नर ने 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी
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अमृतसर, 11 जून (राजन): नगर निगम ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह ने म्युनिसिपल सालिड वेस्ट (एमएसडब्लयू) कंपनी के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में शहर में कूड़े की समस्या को देखते हुए कंपनी पर सख्ती बरतनी लाजमी है।
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डंप पर कूड़े की प्रोसेसिग, डिस्पोजल, गीला सूखा कूड़ा अलग-अलग न लाने सहित कई खामियों का हवाला देकर निगम ने 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है। उसमें लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट व साइंटिफिक लैंडफिल शुरू करने साथ-साथ हर वार्ड से गीला-सूखा कूड़ा लेकर आना यकीनी बनाना है।
कंपनी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स का पालन करें: हरदीप सिंह
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वहीं कंपनी आज तक शहर में से कूड़े की डंपिग ग्राउंडों को खाली नहीं कर पाई है। शहर में उसी समस्या को लेकर निगम प्रशासन कंपनी के साथ सख्ती से निपटने की रणनीति बना रहा है। नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कंपनी के प्रतिनिधि अमित वाजपेयी, विशांत चौधरी व पंकज उपाध्याय विशेष तौर पर उपस्थित रहे। उन्होंने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 की गाइडलाइन की पालना करने और एग्रीमेंट के मुताबिक काम करने को कहा है। इसकी 15 दिन में प्रोग्रेस रिपोर्ट मांगी है। यदि इसके बावजूद कोई कोताही हुई, तो नगर निगम कानून के मुताबिक कार्रवाई भी कर सकता है।
कंपनी के धीमी गति से काम करने पर जताई नाराजगी
ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह ने एग्रीमेंट के मुताबिक कंपनी के धीमी गति से काम करने पर नाराजगी जाहिर की, क्योंकि सभी 85 वार्डो से गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग न जाने की बात कही गई है। निगम वर्तमान में सभी वार्डो से 56 प्रतिशत गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग डंप पर लाए जाने का दावा कर रहा है। कंपनी ने फीडबैक फाउंडेशन स्थापित की थी, लेकिन बाद में इसकी सेवाएं खत्म कर दी गई, जिसकी वजह से शहरवासियों को जागरूक नहीं किया गया। कंपनी ने छेहरटा के नजदीक, झब्बाल रोड और भगतांवाला डंपिग ग्राउंड से कूड़े के ढेर खत्म करने थे, जो आज तक कूड़े से मुक्त नहीं हो पाई हैं। वहीं कूड़ा एकत्रित करने वाली गाड़ियों में कूड़ा भी अलग अलग नहीं किया जाता है।
किस डंप पर कितना कूड़ा जमा
भगतांवाला डंप पर 10 लाख मीट्रिक टन, छेहरटा में 45 मीट्रिक टन व झब्बाल रोड पर करीब 90 हजार मीट्रिक टन कूड़ा बचा हुआ है। एग्रीमेंट के मुताबिक तीनों ही डंपिग ग्राउंडों को एक साल के अंदर खत्म करना था। कंपनी के ढुलमुल रवैया देखते हुए नगर निगम द्वारा एग्रीमेंट को रद्द करने की नौबत भी आ सकती है, क्योंकि अक्टूबर 2022 कंपनी का लक्ष्य है।
15 दिन बाद रिपोर्ट आने पर करेंगे कार्रवाई
ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह का कहना है 15 दिन बाद रिपोर्ट आने पर नियम कानून अनुसार बनती कार्रवाई की जाएगी।
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