अमृतसर,1 अक्टूबर (राजन): नगर निगम कमिश्नर द्वारा मोहल्ला सुधार कमेटी के स्ट्रीट लाइट विभाग के 130 मुलाजिमों और 20 सीवरमैन को नौकरी से निकालने के आदेश को लेकर निगम में हाहाकार मचा हुआ है। आज स्ट्रीट लाइट टेक्निकल यूनियन के प्रधान भूपिंदर सिंह, उप प्रधान सतवंत सिंह, महासचिव वासुदेव यूनियन के पदाधिकारियों और कर्मचारियो के साथ निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज की कोठी के बाहर उनको नौकरी से निकालने की वजह जानने के लिए संघर्ष कर लगातार 3 घंटे तक बैठे रहे। 3 घंटों के उपरांत निगम ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह संघर्ष पर बैठे कर्मचारियों को मिलने के लिए आए। हरदीप सिंह ने यूनियन पदाधिकारियों की बातें सुनकर उनको कहा कि 3 अक्टूबर सोमवार को यूनियन के पदाधिकारियों के साथ दोपहर 12:00 बजे मीटिंग की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मीटिंग दौरान सब कुछ ठीक किया जाएगा। इस पर संघर्ष कर रहे कर्मचारियों ने वहां से धरना उठा दिया गया। यूनियन के प्रवक्ता कुलवंत सिंह ने बताया कि सोमवार 12:00 बजे मीटिंग करने के बाद अगर उनको दोबारा नौकरी पर ना रखा गया तो यूनियन अपना संघर्ष तेज कर देगी। संघर्ष पर बैठे अन्य कर्मचारियों ने कहा कि निगम कमिश्नर ने उनको काली दिवाली की ओर धकेल दिया है। बिना किसी तरह का कारण बताओ नोटिस जारी करके तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया है। मुलाजिमों ने कहा कि आम आदमी पार्टी को वोट डालकर उनकी सरकार बनाई गई है। उन्हें क्या पता था कि आप सरकार बनने के उपरांत उनके विरुद्ध नादरशाही फरमान जारी होंगे।
नौकरी से निकाले गए मुलाजिम मंत्री डॉ निज्जर को मिले
निगम कमिश्नर द्वारा नौकरी से निकाले गए मुलाजिम आज स्थानीय निकाय मंत्री डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर को मिले। मुलाजिमों ने डॉ निज्जर को कहा कि बिना कारण बताओ और बिना किसी मेयर, विधायकों और विशेषकर अमृतसर के विधायक स्थानीय निकाय मंत्री डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर से किसी तरह का कोई भी कंसेंट लिए बिना नौकरी से निकालने का फरमान जारी कर दिया गया। इस पर डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर ने कहा सोमवार को विधानसभा सेशन के उपरांत 5:00 बजे वह स्थानीय सरकार के अधिकारियों से बातचीत करके मसले का हल निकालेंगे।
शहर में दिवाली से पहले छा सकता है अंधेरा
स्ट्रीट लाइट के 130 मुलाजिमों को नौकरी से हटाने पर शहर में दिवाली से पहले अंधेरा सा सकता है। गत दिवस शुक्रवार को शाम 6:00 बजे से रात 8:00 बजे तक स्ट्रीट लाइट विभाग के मौजूदा जेई, पटोलर और इलेक्ट्रीशियन शहर में अपने दोपहिया वाहनों पर लगातार भागदौड़ कर स्ट्रीट लाइट के मैनुअल स्विच ऑफ को शुरू करके स्ट्रीट लाइट जगाते रहे। अभी स्ट्रीट लाइट की मामूली सी शिकायतें ही आ रही है। आने वाले समय में स्ट्रीट लाइट की अगर अधिक शिकायतें आई तो कंपनी के पास मामूली स्टाफ होने पर शिकायतों का आसानी से निपटारा नहीं हो पाएगा।
विभाग के पास अधिकारियों की कमी
स्ट्रीट लाइट विभाग के पास अधिकारियों की भारी कमी है। सबसे महत्वपूर्ण स्ट्रीट लाइट विभाग में पिछले लंबे अरसे से कार्यरत निगरानी इंजीनियर अनुराग महाजन को विभाग का काफी तजुर्बा है। उनका तबादला बठिंडा में कर दिया गया है। उनके स्थान पर एस ई ओ एंड एम सतेंद्र कुमार जो जालंधर में रहते हैं, इतना कार्य नहीं कर पा रहे हैं। एक्सियन ओ एंड एम राजेश मरड़ी पिछले कुछ महीने ही पहले एसडीओ से एक्सियन पदोन्नत हुए हैं। उनका स्ट्रीट लाइट विभाग में किसी तरह का भी कोई अनुभव नहीं है। पिछले तीन-चार दिनों में डिप्टी कमिश्नर और निगम कमिश्नर की मीटिंग में स्ट्रीट लाइट विभाग को लेकर जेई राजेश शर्मा भाग ले रहे हैं। राजेश शर्मा ओ एंड एम विभाग के जेई है उनका स्ट्रीट लाइट विभाग में कोई विशेष अनुभव नहीं है। राजेश शर्मा स्ट्रीट लाइट विभाग में पिछले कुछ ही महीनों पहले आए हैं। वैसे भी स्ट्रीट लाइट विभाग के पास इलेक्ट्रिकल निगरानी इंजीनियर, एक्सियन,2 एसडीओ, 5 जेई,18 पेट्रोलर और 25 इलेक्ट्रीशियन हो तो विभाग का सुचारू रूप में कार्य चल सकता है। इस वक्त विभाग के पास निगरानी इंजीनियर, ओ एंड एम सेल का एक्सियन,3 जेई,8 पेट्रोलर और 10 इलेक्ट्रीशियन है।
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