नगर निगम की करोड़ों की जमीन पर पिछले लंबे समय से कब्जा होने पर निगम का लैंड विभाग भी खामोश रहा
शहर की अवैध कॉलोनियां नगर निगम के राडार पर
अमृतसर,25फरवरी (राजन): पिछले लंबे अर्से से भरारीवाल क्षेत्र में स्थित एफसीआई गोदाम के समीप नगर निगम की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लगभग 25 दुकानों का निर्माण हो रहा था। इन दुकानों के ऊपर लेंटर डल रहे थे। इसकी शिकायत पिछले लंबे अर्से से नगर निगम को आ रही थी। जिस पर आज सुबह एमटीपी नरेंद्र शर्मा की देखरेख में एटीपी वीरेंद्र मोहन,बिल्डिंग इंस्पेक्टर नवदीप कुमार,बिल्डिंग इंस्पेक्टर नवजोत कौर,डेमो नेशन स्टाफ तथा नगर निगम की पुलिस बल के साथ टीम द्वारा सुबह 5:30 बजे कार्रवाई करके बन रही 25 दुकानों को ध्वस्त कर दिया। नगर निगम की जमीन पर कब्जा करने वालों की ऊंची राजनीतिक पहुंच के कारण पिछले लंबे समय से कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। नगर निगम की करोड़ों रुपयों की जमीन पर पिछले लंबे समय से कब्जा होने पर नगर निगम का लैंड विभाग भी खामोश रहा और ना ही लैंड विभाग द्वारा अपनी जमीन पर कब्जा होने पर किसी तरह की कोई कागजी कार्रवाई की।एमटीपी विभाग ने निगम के लैंड विभाग को भी इस संबंधी नोटिस जारी कर दिया गया है। सुबह 5:30 से 6:30 तक कार्रवाई करते समय सभी अधिकारियों ने अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर रखे थे। इसके उपरांत मोबाइल फोन स्विच ऑन करने पर एमटीपी विभाग के अधिकारियों को कई तरह की धमकियों के फोन आने शुरू हो गए।
अढ़ाई एकड़ की अवैध कॉलोनी पर हुई कार्रवाई
एमटीपी विभाग की इसी टीम द्वारा झब्बाल रोड पर स्थित अढ़ाई एकड़ जमीन में बड़ी अवैध कॉलोनी पर भी डिच मशीन से कार्रवाई की गई। इस कॉलोनी की चारदीवारी को तोड़ा गया। इसके साथ साथ इस कालोनी के भीतर पड़ते प्लाटों तथा रास्तों को भी खोद दिया गया। नगर निगम के राडार पर अब शहर की अवैध कॉलोनियां आ गई है।दो-तीन अवैध कॉलोनियों पर नगर निगम की डिच मशीनें चलने जा रही है।
अवैध कॉलोनियों पर होगी सख्त कार्रवाई: संदीप रिशि
नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर संदीप रिशि ने कहा कि निगम द्वारा अवैध कॉलोनियों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है।उन्होंने कहा कि जिन कॉलोनाइजर द्वारा अपनी अपनी कॉलोनी को रेगुलराइज करने के लिए आवेदन किए हुए हैं। उनकी निगम की टीम द्वारा कागजी कार्रवाई या पूरी की जा रही है।आगामी कुछ ही दिनों में इनको रेगुलाइज कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्य अवैध कॉलोनियों के विरुद्ध पुलिस में एफ आई आर भी दर्ज करवाई जा रही है।