
अमृतसर,7 जनवरी:असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता को मंगलवार को पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया। अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल के घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। 3 दिन पहले अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने अपनी आवाज उठाने के लिए माघी मेले में नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। साथ ही मोहाली में चल रहे बंदी सिखों की रिहाई के लिए कौमी इंसाफ मोर्चे में अपने समर्थकों के साथ पहुंचने की बात कही थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया।
पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील

तरसेम सिंह ने कहा- कौमी इंसाफ मोर्चा का दूसरा साल है, वहां पर बहुत बड़ा समागम हो रहा है। हमें उसमें शामिल होना था, लेकिन कल रात से ही पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है । गांव की घेराबंदी की जा रही है, गांव में भी आतंक का माहौल बनाया जा रहा है। लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। मोर्चे के कई नेताओं को भी नजरबंद किया हुआ है।माघी मेले में जाने वाले सभी रास्तों को भी ब्लॉक कर दिया गया है,
सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है।
भगवंत मान सरकार लोगों को अपना गुस्सा जाहिर करने का अधिकार न देकर लोकतंत्र को खत्म कर रही है। ये बहुत ही शर्मनाक बात है। जब भी लोग किसी मुद्दे पर बात करने के लिए एक साथ आते हैं, तो उन्हें रोकना नहीं चाहिए। तरसेम सिंह ने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में मोर्चे पर पहुंचकर उनका समर्थन करें तथा जेल में बंद हमारे सिखों के अधिकारों की रक्षा करें।
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