नशा छोड़ने और खुशहाल जीवन के लिए 18001376754 डायल करें

अमृतसर, 3 फरवरी (राजन): डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने अमृतसर जिले में नशे के उन्मूलन की रणनीति के तहत प्रत्येक नशेड़ी के घर तक पहुंचने के लिए एक कार्यक्रम तैयार किया है। इस संबंध में आज जिला अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि हमारे पास 43 ओएटी केंद्र चल रहे हैं, जिनमें 22484 मरीज पंजीकृत हैं, जबकि प्रतिदिन 15 से 16 हजार लोग दवा लेने के लिए ओएटी केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब हम पंचायतों, राजस्व विभाग, नंबरदारों व आशा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इन परिवारों तक पहुंचेंगे ताकि वे अपने बच्चों को नशे की बीमारी से स्थाई रूप से मुक्त करवाने के लिए चलाए जा रहे नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों में दाखिला ले सके
केन्द्रों में मरीज की दवा तो निशुल्क है ही, इसके अलावा भोजन भी निशुल्क उपलब्ध
डीसी साहनी ने बताया कि इन केन्द्रों में मरीज की दवा तो निशुल्क है ही, इसके अलावा भोजन भी निशुल्क उपलब्ध करवाया जाता है तथा मरीज को मानसिक रूप से नशे की लत छोड़ने में मदद करने के लिए विशेषज्ञों की भी मदद ली जाती है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पुनर्वास केंद्रों में नशे के आदी लोगों को उनकी इच्छा के अनुसार कौशल प्रदान कर उन्हें नया जीवन दिया जाता है ताकि वे अपनी आजीविका कमा सकें और समाज में सम्मान के साथ रह सकें। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का भी प्रयास करेंगे जो नशे की लत से उबर चुके हैं और कुशल बन चुके हैं।
नशा छोड़ने और खुशहाल जीवन के लिए 18001376754 डायल करें
डीसी साहनी ने लोगों से अपील की कि वे इन केंद्रों पर पहुंचें, इलाज कराएं या किसी भी तरह की जानकारी या सहायता के लिए फोन नंबर 1800 137 6754 पर संपर्क करें। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जो भी आशा कार्यकर्ता इस नशा मुक्ति कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान देगी, उसे नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने औषधि नियंत्रक को निर्देश दिए कि वे दवा दुकानों का निरन्तर निरीक्षण करें ताकि वे नशीली दवाएं न बेचें।
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