अपनी मांगों को लेकर यूनियने अडिंग , हड़ताल लगातार जारी, कल रंजीत एवेन्यू कार्यालय बंद करवा वहां देंगे रोष धरना
अमृतसर,29 मार्च (राजन गुप्ता): नगर निगम की यूनियनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर ऑटो वर्कशॉप में रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू रोष प्रदर्शन में पहुंचे। मेयर रिंटू ने कहा कि मैं किसी के दबाव में यहां न हीं आया हूं । मैं यह बताने के लिए आया हूं कि ना तो मैं हिटलर हूं और ना ही मैं मुलाजिम विरोधी हूं। ना ही मेरी कोई पर्सनल ईगो है। उन्होंने कहा कि वह महसूस करते हैं कि मेरे प्रति मुलाजिमों को गुमराह किया जा रहा है। आज सुबह आशु नाहर से फोन पर जब बात हुई तब आशु ने कहा कि वह मेरे पास आता है। तब मैंने मना कर दिया कि फिर वही बात ना निकले की मेयर ने बंद कमरे में बात की है। इसीलिए वह खुद चलकर यहां पर आए हैं और खुले तौर पर सभी को बताना चाहते हैं कि वह पूरी तरह से मुलाजिमों के हक में हैं और मेरी जो पावर व अथॉरिटी है मुझसे इसी वक्त करवा लो।
उन्होंने कहा कि मेयर बनने के उपरांत दिसंबर2018 में निगम हाउस की बैठक में मुलाजिमों को पक्के करने का प्रस्ताव डालकर उसे मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया था। अगर बतौर मेयर पक्की नौकरी देने की उनके पास कोई अधिकार है, अगर अधिकार होते तो इसी वक्त 10 हजार नौकरियां दे दे। उन्होंने कहा निगम मुलाजिम उनके परिवार का हिस्सा है और इन से काम करवाना निगम अधिकारियों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि मैं भी आप जैसा हूं और आपके साथ हड़ताल पर बैठने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि मैं फिर दोहराता हूं कि आपकी सभी मांगे, ” परवान है!परवान हैं! परवान हैं!” उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार तथा कांग्रेस पार्टी भी सदैव मुलाजिमों के हित में खड़ी है।
मुलाजिमों के आपसी विवाद में नहीं दिया दखल
मेयर रिंटू ने कहा कि निगम मुलाजिमों के आपसी विवाद में भी कभी दखल नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सेनेटरी इंस्पेक्टर मुलाजिमों के साथ बातों के लिए का उनके पास आए थे। उनको भी यही कहा गया कि पहले आपस में बातचीत कर मसला हल कर ले। इसी तरह आशु नाहर तथा संजय खोसला के बीच हुई मारपीट को लेकर 4 दिन तक संजय खोसला उनके कार्यालय के बाहर बैठे रहे। उस वक्त संजय खोसला को भी यही कहा गया कि आपस में बैठकर पहले खुद हल करें।
सोशाइटियो के सीवरमैन व स्ट्रीट लाइट मुलाजिमों को अभी भी निगम वेतन दे रहा
मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि मोहल्ला सोशाइटियो के सीवरमैन को अभी भी नगर निगम वेतन दे रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार फिजिकल तौर पर सीवर की सफाई नहीं करवा सकते। इसके साथ साथ नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट की मेंटेनेंस का ठेका जनवरी माह से पुणे की समुद्रा कंपनी को दे दिया हुआ है. जिसके एवज में 20 लाख रूपया प्रतिमाह निगम को देना है। अगर वह चाहते तो मोहल्ला सोशाइटियो के इन मुलाजिमों की छुट्टी कर कर सकते थे किंतु वे यह कलंक नहीं लेना चाहते है। उन्होंने कहा कि निगम के पास 150 वाहन है और 57ड्राइवर है। इस पर भी सफाई सेवक बतौर ड्राइवर कार्यरत है।
हड़ताल लगातार जारी रहेगी : आशु नाहर
म्युनिसिपल यूथ एम्पलाई फेडरेशन के प्रधान आशु नाहर ने कहा कि आज सुबह जब कूड़े के डंप में प्राइवेट गाड़ियों द्वारा कूड़ा फेंकने को रोकने के लिए गए थे, तब उनकी मेयर के साथ फोन पर बातचीत हुई थी, उस दौरान ही मेयर ने कहा कि वह ऑटो वर्कशॉप में रोष प्रदर्शन के बीच आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेयर हमारे घर में आए तो उनका स्वागत करना हमारा फर्ज बनता है। उन्होंने कहा कि मेयर ने कहा है कि उनकी मांगे पूरी करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है तो मेयर अपनी सीट छोड़ दें। इस बार निगम यूनियने किसी के भी मौखिक आश्वासन पर अमल नहीं करेगी।उन्होंने कहा कि जब तक लिखित तौर पर उनकी मांगे ना मानी गई तब तक लगातार हड़ताल जारी रहेगी। कल निगम के मुख्य कार्यालय रंजीत एवेन्यू को पूरी तरह बंद करवा कर वहां पर भारी रोष प्रदर्शन किया जाएगा।
रोष प्रदर्शन दौरान नगर निगम कर्मचारी तालमेल दल के प्रधान हरजिंदर सिंह वालिया ने कहा कि पिछले 4 वर्षों से जारी प्रोविडेंट फंड पीएफ घोटाला के तथ्य भी अभी तक उजागर नहीं किए गए हैं। मोहल्ला सोसाइटियो में कार्यरत मुलाजिमों को पिछली अकाली भाजपा सरकार के समय की कोई नोटिफिकेशन के अनुसार अब तक पक्की नौकरी नहीं दी गई है। इसके अलावा निगम के मुलाजिमों की अन्य मांगों को बार-बार उठाने के उपरांत भी पूरा नहीं किया जा रहा है। ऑटो वर्कशॉप यूनियन के नेता सुरेंदर टोना ने कहा कि जब से नगर निगम बनी है तब से पुरानी गाड़ियों को कंडम करने से पहले नई गाड़ियां खरीदी जाती है। उन्होंने कहा कि यहां पर तो गाड़ियां चलने की हालत में है किंतु उनको कंडम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेयर द्वारा निगम हाउस की बैठक में निगम अधिकारियों की 9 गाड़ियों को बंद करके प्राइवेट गाड़ियां किराए पर लेने का प्रस्ताव डाला गया है। जो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अंदरून शहर में लगे गंदगी के अंबार
हड़ताल में जाने पर ऑटो वर्कशॉप से अंदरून शहर का कूड़ा उठाने के लिए पिछले 4 दिनों से कोई भी गाड़ी नहीं निकली है। जिस पर अंदरुन शहर में कूड़े कर्कट के अंबार लग गए हैं। अंदरुन शहर के लोगों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है।
इसी तरह से अंदरून शहर से कूड़ा करकट की लिफ्टिंग ना हुई तो महामारी और बीमारियां भी फैल सकती हैं। अंदुरून शहर के बाहर प्राइवेट कंपनी द्वारा कूड़े की लिफ्टिंग की जा रही है। निगम यूनियनों द्वारा पहले कंपनी को लिफ्टिंग ना करने का अनुरोध किया था। अब प्राइवेट कंपनी की लिफ्टिंग भी यूनियनों द्वारा पूरी तरह से ठप्प करवाई जा रही है।