फिर भी हड़ताल समाप्त ना कि तो बनती कानूनी कार्रवाई करवाएंगे, अंदरून शहर की सफाई खुद पार्षदों, निगम अधिकारियों,एन जी ओज से मिलकर करवाई जाएगी
अमृतसर,29 मार्च (राजन): मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहां कि पिछले 4 दिनों से निगम यूनियनों द्वारा अंदरून शहर की कूड़े कर्कट की लिफ्टिंग बंद की हुई है। जिससे शहर में आने वाले श्रद्धालुओं तथा शहर वासियों पर गलत असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि निगम मुलाजिम उनके परिवार का हिस्सा है। जिस कारण वह खुद निगम यूनियन के रोष धरने में पहुंच कर उनके समक्ष हाथ जोड़कर बेनती भी की कि यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर जो भी नोटिस दिया गया है। उसमें से नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आती सभी मांगों को मान लिया गया है। उन्होंने फिर दोहराया कि सफाई सेवक शहर की जो सेवा कर रहे हैं उस पर उनका भी सिर झुकता है। मेयर रिंटू ने कहा कि आज सुबह रोष धरने में पहुंचकर नगर निगम संबंधी मांगों को मंजूर कर आए हैं। इसके बावजूद निगम योनियनों द्वारा कल से हड़ताल जारी करने बारे कहा जा रहा है। उन्होंने एक बार फिर अनुरोध किया कि यूनियनों द्वारा अब हड़ताल समाप्त कर देनी चाहिए।
खुद पार्षदों, निगम अधिकारियों, एन जी ओज से करवाएंगे सफाई व्यवस्था
मेयर ने कहा कि इसके बावजूद भी अंदरून शहर में सफाई ना शुरू की गई तो मंगलवार से वह खुद (मेयर) पार्षदों, नगर निगम अधिकारियों, धार्मिक तथा सामाजिक एनजीओज के साथ मिलकर अंदरुन शहर की सफाई व्यवस्था करवाएंगे।उन्होंने कहा कि जिस तरह से कार सेवा की जाती है,उसी ढंग से अंदरून शहर के धार्मिक स्थलों तथा अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था करवाई जाएगी।
गैर कानूनी हड़ताल पर बनती कार्रवाई करवाएंगे
मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि यूनियन द्वारा 72 घंटे का जो नोटिस दिया गया था। उसमें तो मांगे मान ली गई है। गैर कानूनी हड़ताल जारी रखने पर बनती कानूनी कार्रवाई करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जब वह आज ऑटो वर्कशॉप में पहुंचे थे तो वहां पर कुछ बाहरी लोग मौजूद थे जिनका नगर निगम से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ बाहरी लोग नगर निगम मुलाजिमों को गुमराह करके निगम परिवार में लड़ाई करवाने का प्रयत्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर फिर भी रोष प्रदर्शनों में बाहरी लोगों ने हिस्सा लिया तो उनके विरुद्ध बनती कार्रवाई जाएगी। रोष धरनो की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम परिसर में नगर निगम के मुलाजिम या अधिकारी ही रोष धरना दे सकते हैं।