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58,962 सरकारी नौकरियाँ ईमानदारी से दीं, अब नौजवान अपनी नौकरी ईमानदारी से निभाएँ: मुख्यमंत्री

नौकरी देने के नियुक्ति पत्र देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान। 

अमृतसर, 7 नवंबर(राजन):युवाओं को रोजगार देने के अभियान को जारी रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज पंजाब राज्य विद्युत निगम में भर्ती हुए 2105 युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे, जिससे अब तक कुल 58,962 सरकारी नौकरियाँ युवाओं को दी जा चुकी हैं।चौथे पातशाह श्री गुरु राम दास जी द्वारा वसाई पवित्र नगरी अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह के दौरान नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोज़गारी कई सामाजिक समस्याओं की जड़ है, इसलिए राज्य सरकार का पूरा ध्यान इसे समाप्त करने पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि अपने पदभार ग्रहण करने के लगभग साढ़े तीन वर्षों के भीतर सरकार ने 58,962 सरकारी नौकरियाँ दी हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

अमृतसर में नियुक्ति वितरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने 2105 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे

मुख्यमंत्री ने बताया कि आज पीएसपीसीएल और पीएसटीसीएल में 2023 लाइनमैन, 48 इंटरनल ऑडिटर्स और 35 रेवेन्यू अकाउंटेंट्स को नियुक्ति पत्र दिए गए। अप्रैल 2022 से अब तक इन दोनों निगमों में कुल 8984 नियुक्तियाँ की जा चुकी हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी क्योंकि राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने पर सबसे अधिक ध्यान दे रही है। उन्होंने गर्व से कहा कि सभी पदों पर नियुक्तियाँ पूरी तरह मेरिट के आधार पर और बिना किसी सिफ़ारिश के की गई हैं।

नौकरी देने के नियुक्ति पत्र देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान। 

पंजाब में केवल मेरिट के आधार पर नौकरी दी जाती है

भगवंत सिंह मान ने कहा, “पिछली सरकारों के समय युवाओं को केवल पैसे और सिफ़ारिश के आधार पर नौकरी मिलती थी, पर हमने इस प्रथा को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। अब पंजाब में केवल मेरिट के आधार पर नौकरी दी जाती है, और इसीलिए अब तक एक भी नियुक्ति अदालत में चुनौती का सामना नहीं कर पाई है।” बाबा साहिब डॉ. भीमराव अंबेडकर का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महान नेता ने कठिनाइयों का सामना कर शिक्षा प्राप्त की और जीवन में ऊँचाइयों को छुआ। उन्होंने कहा कि हर युवा को डॉ. अंबेडकर के जीवन और दर्शन से प्रेरणा लेकर सफलता की ओर बढ़ना चाहिए।

नए नियुक्त हुए युवा सरकार का अभिन्न अंग बन चुके हैं 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब नए नियुक्त हुए युवा सरकार का अभिन्न अंग बन चुके हैं और उन्हें मिशनरी जोश के साथ जनता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपनी कलम का उपयोग समाज के गरीब और वंचित वर्गों की सहायता के लिए करें। उन्होंने कहा कि जैसे रनवे विमान की उड़ान में मदद करता है, वैसे ही राज्य सरकार युवाओं के सपनों को उड़ान देने के लिए सहायक बनेगी। मुख्यमंत्री ने भावुक होकर कहा, “विहला मन, शैतान का घर होता है। इसलिए हम अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देना चाहते हैं ताकि वे सामाजिक बुराइयों से दूर रहें।”

पिछली सरकारों ने पंजाब को कर्ज़ में डुबोया, हमारी सरकार ने पावरकॉम का 2000 करोड़ रुपये का कर्ज़ चुकाया

बिजली क्षेत्र में किए गए सुधारों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार आई थी, तब पावरकॉम भारी कर्ज़ में डूबी थी। हमने पावरकॉम का 2000 करोड़ रुपये का कर्ज़ चुकाया है। जुलाई 2022 से 90% घरों को 600 यूनिट मुफ्त बिजली दी जा रही है, जिससे अनेक परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। कोयले की निर्बाध आपूर्ति के लिए हमने पछवाड़ा कोल माइंस को चालू करवाया, जिससे अब पंजाब में कोयले की कोई कमी नहीं है।

उन्होंने बताया कि गोइंदवाल साहिब स्थित जीवीके कंपनी का थर्मल प्लांट सरकार ने 1080 करोड़ रुपये में खरीदा, जिसका नाम तीसरे पातशाह श्री गुरु अमरदास जी के नाम पर रखा गया है। यह पंजाब के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी सरकार ने निजी संपत्ति खरीदी हो, जबकि पिछली सरकारें अपने चहेतों को सरकारी संपत्तियाँ सस्ते दामों पर बेच देती थीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारें पंजाब को कर्ज़ में डुबाने के लिए ज़िम्मेदार हैं। हमें विरासत में 2.75 लाख करोड़ रुपये का कर्ज़ मिला, लेकिन विकास पर उसका उपयोग नहीं हुआ। अब हमारी सरकार हर पैसा पंजाब के विकास और जनता की भलाई पर खर्च कर रही है।

उन्होंने कहा कि पारंपरिक राजनीतिक दल उनसे इसलिए ईर्ष्या करते हैं क्योंकि वे एक साधारण परिवार से हैं, और उन्हें यह हज़म नहीं होता कि एक आम आदमी इतनी कुशलता से शासन चला रहा है। इन नेताओं ने स्वतंत्रता के बाद से जनता को अंधेरे में रखकर मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा, इसलिए अब जनता ने उन्हें राजनीति से बाहर कर दिया है।

पंजाब के मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करे केंद्र
सरकार

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र जानबूझकर पंजाब को निशाना बना रही है। पंजाब विश्वविद्यालय की सीनेट और सिंडिकेट भंग करने का निर्णय राज्य की गौरवशाली विरासत पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ एक शैक्षणिक संस्था नहीं, बल्कि पंजाबियों की भावनाओं से जुड़ी विरासत है।

उन्होंने कहा कि पहले भी हरियाणा के कॉलेजों को पंजाब विश्वविद्यालय से जोड़ने के लिए दबाव बनाया गया था, लेकिन हमारी सरकार ने मजबूती से विरोध किया और केंद्र को पीछे हटना पड़ा। भगवंत मान ने कहा कि भाखड़ा डैम से हरियाणा और राजस्थान को अतिरिक्त पानी देने का दबाव डाला जा रहा है, लेकिन पंजाब किसी भी कीमत पर झुकेगा नहीं।

मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा
“केंद्र सरकार पंजाब के साथ ज़बरदस्ती करना बंद करे। पंजाब अपने अधिकारों के लिए लड़ना भी जानता है और अधिकार लेना भी जानता है।”

इस अवसर पर नए नियुक्त युवाओं ने मुख्यमंत्री के सामने भावुक होकर अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में पंजाब राज्य विद्युत निगम के चेयरमैन-कम-प्रबंध निदेशक बसंत गर्ग और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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