कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए बच्चों के लिए अलग वार्ड बनाए जा रहे हैं
अधिक रेट वसूलने वाले अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
पंजाब में अब तक किए गए 6750418 कोरोना टेस्ट
अमृतसर, 24 मई( राजन गुप्ता): राज्य में मिनी लॉकडाउन और जन सहयोग से कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है और मृत्यु दर में कमी आई है और अमृतसर जिले में अब तक 3.60 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। ये शब्द पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री ओपी सोनी ने मेडिकल कॉलेज में आयोजित कोविड-19 महामारी पर समीक्षा बैठक के दौरान कही।
बैठक को संबोधित करते हुए सोनी ने कहा कि तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए बच्चों के लिए अलग वार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर की संभावना विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा बताई जा रही है, इसलिए विभाग की ओर से पहले से ही व्यवस्था की जा रही थी। उन्होंने कहा कि भगवान करे कि तीसरी लहर न आए लेकिन सरकार ने लहर से निपटने के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि इस समय जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है और सभी वेंटिलेटर चालू हालत में हैं।सोनी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सरकारी मेडिकल कॉलेज में एल-3 के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन अब इनकी संख्या में भी काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि जिले में प्रतिदिन 5,000 से अधिक कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं और सिविल सर्जन को प्रतिदिन 15,000 टेस्ट के लक्ष्य को प्राप्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
ब्लैक फंगस के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सोनी ने कहा कि पटियाला मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के 14 मामले, फरीदकोट में 4 और अमृतसर में ब्लैक फंगस के 9 मामले सक्रिय है और 3 लोगों की मौत हुई । उन्होंने कहा कि काले फंगस की रोकथाम के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में दवा भेजी जा रही है और किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी।सोनी ने कहा कि उच्च दर वसूल करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस संबंध में सरकार द्वारा सभी डिप्टी कमिश्नर को अधिकार दिया गया है.
मंत्री सोनी ने राज्य भर में किए गए कोरोना परीक्षणों की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में अब तक 6750418 लोगों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से 301512 लोगों का परीक्षण पॉजिटिव है और 4494 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अब गांवों में भी अपना भयानक रूप दिखा रही है और गांवों को इस भयानक महामारी से बचाने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने जिले की बात करते हुए कहा कि अमृतसर में 32 टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं और प्रतिदिन 4-5 कैप पिलाकर लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में ही नहीं पूरे भारत में कोरोना वैक्सीन की कमी है और राज्य को जितनी वैक्सीन मिल सकती है, लोगों को दी जा रही है। उन्होंने कहा, “लोग अब खुद को टीका लगाने के लिए आगे आ रहे हैं जो इस महामारी को खत्म करने के लिए एक अच्छा संकेत है।” सोनी ने कहा कि गांवों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए जिले में 147 स्वास्थ्य कल्याण केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, बीडीओ, आशा कार्यकर्ताओं और पंचायत सदस्यों की मदद से घर-घर जाकर ट्रेसिंग की जा रही है और इन पर टीमें लगी हुई हैं। डिप्टी कमिश्नर द्वारा भी प्रतिदिन मौके पर जांच कर कार्य की निगरानी के लिए गठित किया जा रहा है।
बैठक में डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा, पुलिस आयुक्त डॉ सुखचैन सिंह गिल, अतिरिक्त उपायुक्त हिमांशु अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर कोमल मित्तल, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज डॉ. राजीव देवगन, सिविल सर्जन डॉक्टर चरणजीत सिंह आदि प्रमुख उपस्थित थे।