लोगों की शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए
बैठक में गैरहाजिर रहने वाले अधिकारियों पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक आयोजित
अमृतसर, 9 जुलाई(राजन):पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक में जिला खाद्य के नागरिक आपूर्ति विभाग के खिलाफ प्राप्त शिकायतों पर सख्त रुख अपनाया और अधिकारियों को कुछ के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डिपो होल्डर जरूरतमंदों को अल्पमत में गेहूं की आपूर्ति की जा रही है।लोगों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि डिपो में वितरित किये जाने वाले गेहूं के वजन में कोई कमी पायी गयी तो संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जायेगा और वह डिपो भी तत्काल निरस्त कर दिया जायेगा।
जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक शुरू होने से पहले सोनी ने जिला अधिकारियों, चिकित्सा कर्मचारियों को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान चौबीसों घंटे अपनी सेवाएं दी हैं ताकि शहर के लोगों को इससे बचाया जा सके। बैठक के दौरान जिला शिकायत निवारण समिति के सदस्यों ने विभिन्न विभागों की शिकायतों से अवगत कराया जिनका मौके पर ही निस्तारण संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर किया गया।सोनी ने अधिकारियों को शिकायतों का समयबद्ध तरीके से समाधान करने का निर्देश दिया।
मंत्री सोनी ने कड़े शब्दों में स्पष्ट किया कि शिकायत निवारण समिति की बैठक में अनुपस्थित रहने वाले जिला पदाधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में कोरोना महामारी के कारण देरी हुई है और अगली बैठक 15 दिन बाद होगी जिसमें सदस्यों द्वारा दर्ज की गई शिकायतों पर की गई कार्रवाई के संबंध में प्रत्येक अधिकारी से रिपोर्ट ली जाएगी।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए सोनी ने कहा कि आज की बैठक में लगभग 75 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 58 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया और शेष शिकायतों पर अगली बैठक में विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला शिकायत निवारण समिति के सदस्यों ने भी नगर निगम के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई हैं, जो ज्यादातर आवारा पशुओं, ट्रैफिक लाइट और स्वच्छता से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कमिश्नर नगर निगम को इन शिकायतों का तत्काल निस्तारण करने का निर्देश दिया गया है। सोनी ने कहा कि अगर खजाना गेट पर झोपड़ियों को गिरा दिया गया तो नगर निगम जल्द ही उनके लिए जगह उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि प्राधिकारियों को शिकायतकर्ता की शिकायत का पहले से समाधान करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं ताकि शिकायतकर्ता को शिकायत निवारण समिति के पास न जाना पड़े।
बैठक को संबोधित करते हुए डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैरा ने कहा कि जिला शिकायत निवारण समिति का मुख्य कार्य लोगों की शिकायतों का समाधान करना और प्रशासन को जवाबदेह बनाना है। उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों को किसी भी व्यक्ति की शिकायत मिलने पर समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने और शिकायत का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी पूरी लगन से निभाई है.
बैठक में विधायक सुनील दत्ती, संतोख सिंह भलाईपुर, पुलिस आयुक्त डॉ सुखचैन सिंह गिल, अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती रूही डौग, नगर निगम कमिश्नर मलविंदर सिंह जग्गी , निगम एडिशनल कमिश्नर संदीप ऋषि, अपर उपायुक्त विकास रणबीर सिंह मुधल, एसडीएम विकास हीरा, एसडीएम बाबा बकाला श्रीमती सुमित मुध, एसडीएम अजनाला दीपक भाटिया, एसडीएम मजीठा मैडम अलका कालिया, अमृतसर शहरी कांग्रेस अध्यक्ष मैडम जतिंदर सोनिया, जिला शिकायत निवारण समिति के सदस्य रविंदर कुमार हंस, डॉ संजीव अरोड़ा, कामरेड लखबीर सिंह, ज्ञान सिंह सागू, हरिदेव शर्मा, वीरेंद्रजीत सिंह मान, तारा के अलावा चंद भगत, राम चावला, धर्मवीर सरीन, सुरिंदर सिंह छिंदा, राजीव दुग्गल, कुलदीप सिंह, श्री पंकज चौहान, प्रभदियाल, विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।