मेयर करमजीत सिंह रिंटू ‘आप” के देश भर में पहले मेयर लगभग बन गए
आज 6 पार्षदों द्वारा ‘आप ‘ का दामन थामने से निगम सदन में आप के हुए 42 सदस्य
अमृतसर,7 अप्रैल(राजन): नगर निगम चुनाव से पहले ही आम आदमी पार्टी अमृतसर निगम में पूरी लगभग काबिज हो गई हैं। मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू देशभर में आम आदमी पार्टी के पहले मेयर लगभग बन चुके हैं। निगम सदन में आम आदमी पार्टी का कुनबा बढ़ता ही चला जा रहा है। आज 6 पार्षद आप में शामिल हो गए हैं। जिनमें कांग्रेस पार्टी के वार्ड नंबर 30 के पार्षद जीत सिंह भाटिया, वार्ड नंबर 79 के पार्षद निशा ढिल्लों, वार्ड नंबर 34 के पार्षद सतनाम सिंह, वार्ड नंबर 71 की पार्षद गुरमीत कौर, वार्ड नंबर 48 के भाजपा पार्षद जरनैल सिंह ढोट, वार्ड नंबर 54 के आजाद पार्षद अविनाश जौली ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। सभी को आप के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू ने आप के पंजाब प्रभारी दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया।
निगम सदन में आप के अब 42 सदस्य हुए
नगर निगम सदन में इस वक्त शहर के 5 विधायकों, 84 पार्षदो सहित 89 सदस्य है। पंजाब विधानसभा चुनाव मतदान से पहले ही मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू कांग्रेस पार्टी को छोड़कर 2 कांग्रेसी पार्षदों सहित आप में शामिल हो गए थे। चुनाव मतदान से पहले ही कुछ पार्षदों द्वारा कांग्रेस पार्टी छोड़कर अन्य पार्टियों में शामिल हो गए थे। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के उपरांत पार्षदों का आप में शामिल होने का सिलसिला शुरू हो गया। पहले मेयर रिंटू ने 16 पार्षद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आप पंजाब प्रभारी जरनैल सिंह की मौजूदगी में आप में शामिल करवाया। इसके उपरांत पार्षदों का आप में शामिल होने का सिलसिला जारी रहा। इस वक्त नगर निगम सदन में 5 विधायक तथा 37 पार्षदों सहित 42 सदस्य हो चुके हैं। अभी भी और पार्षदों द्वारा आम आदमी पार्टी ज्वाइन की जानी है।
हाईकोर्ट ने बहस के लिए 13 अप्रैल की तिथि दी
मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए रखी गई 21 मार्च की निगम हाउस की मीटिंग रद्द करने के विरोध में सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई दौरान नगर निगम के एडवोकेट संदीप खूंगर पेश हुए। एडवोकेट संदीप खूंगर ने हाई कोर्ट को बताया कि 25 फरवरी को 45 पार्षदों द्वारा मेयर रिंटू के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए हाउस मीटिंग बुलाने की मांग रखी थी। जिस पर मेयर द्वारा 21 मार्च को हाउस मीटिंग रखी गई थी। किंतु 40 पार्षदों द्वारा हाउस मीटिंग ना बुलाने के लिए निगम कमिश्नर को पत्र जारी किया गया था। निगम कमिश्नर द्वारा पत्र मेयर को भेजने पर 21 मार्च की निगम हाउस मीटिंग को मेयर द्वारा रद्द कर दिया गया था। हाई कोर्ट द्वारा सुनवाई के उपरांत इस पर बहस के लिए 13 अप्रैल की तिथि निर्धारित कर दी गई।