
अमृतसर,21 जून (राजन):8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शहर योगमय हुआ।देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अटारी सीमा पर बीएसएफ के जवानों ने योगासन करके दुनिया को योग की ताकत दिखाई। कोरोना महामारी के चलते यह कार्यक्रम बीते दो साल से सार्वजनिक तौर पर नहीं मनाया गया था, लेकिन इस साल इसे अटारी सीमा परबड़े स्तर पर आयोजित किया गया, जिसमें बी एस एफ अधिकारियों व जवानों ने एक साथ योग किया।अटारी सीमा पर सुबह 5 बजे योग कार्यक्रम आयोजित किया गया।

अटारी सीमा पर बनी गैलरी में बड़ी-बड़ी स्क्रीनों पर, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग करते दिखे, वहीं उनके साथ BSF के जवान भी पूरी गैलरी में योग मुद्रा में दिखे। एक घंटा चले इस कार्यक्रम में जवानों ने पूरे विश्व को योग करने का संदेश दिया। योग के साथ आप जहां शारीरिक तौर पर तंदरुस्त होते
हैं, वहीं मानसिक तौर पर भी प्रबल बनते हैं।
बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर वीमेन ने मनाया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर विमेन ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया और शारीरिक शिक्षा विभाग के साथ-साथ कॉलेज की एनसीसी और एनएसएस इकाइयों ने प्रिंसिपल डॉ पुष्पिंदर वालिया के प्रेरणादायक नेतृत्व में इस कार्यक्रम में बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। प्रिंसिपल डॉ पुष्पिंदर वालिया ने दैनिक जीवन में योग के गुणों पर जोर दिया। उन्होंने योग के चिकित्सीय प्रभावों पर प्रकाश डाला जो किसी भी प्रकार की शारीरिक, शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक पीड़ा को कम करने में आंतरिक रूप से सहायक हैं। इसे एक समग्र तनाव प्रबंधन तकनीक के रूप में देखा जाता है जो समग्र कल्याण और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाता है। कार्यक्रम की शुरुआत माननीय प्रधान मंत्री की लाइव स्ट्रीमिंग के साथ हुई। डॉ. अनीता नरिंदर, डीन सामुदायिक विकास पहल, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी सुश्री सुरभि सेठी, सुश्री स्वीटी बाला, प्रमुख, शारीरिक शिक्षा विभाग, डॉ पलविंदर सिंह और डॉ साहिल गुप्ता, सदस्य, एनएसएस, और सुश्री सुमेरा छाबड़ा, कार्यक्रम में अंग्रेजी विभाग, सुश्री सविता और सुश्री वीणा, शारीरिक शिक्षा विभाग ने भाग लिया।
कंपनी बाग,अन्य जगह में भी हुए योग कार्यक्रम

शहर में भी योग दिवस पर कार्यक्रम अटारी सीमा के अलावा शहर में भी विभिन्न योग कार्यक्रम हुए।कंपनी बाग,गोल बाग, किला गोबिंदगढ़, जलियांवाला बाग और अन्य जगहों में भी योग के विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर योग किया। कार्यक्रमों में हजारों साधको ने योग से निरोग रहने संदेश दिया।