अमृतसर,13 अक्टूबर (राजन): स्पेशल टास्क फोर्स अमृतसर यूनिट ने गोइंदवाल साहिब जेल तरनतारन के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट बलबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।बलबीर सिंह पर आरोप है कि वह अपने पद का गलत प्रयोग करते हुए जेल में बंद गैंगस्टरों व कैदियों को मोबाइल फोन उपलब्ध करवाता था। मिली जानकारी के अनुसार, मुकदमा नंबर 233 के अंतर्गत पुलिस ने गोइंदवाल जेल में बंद एक कैदी से मोबाइल फोन बरामद किया था। एसटीएफ ने जांच को आगे बढ़ाया और इस मामले में 5 से 6 और गिरफ्तारियां की। इसी दौरान एसटीएफ के हाथ हैप्पी नामक गैंगस्टर भी लगा। उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने डिप्टी सुपरिंटेंडेंट गोइंदवाल जेल बलबीर सिंह का नाम बताया।
हैप्पी ने पुलिस के बताया कि बलबीर सिंह उन्हें मोबाइल फोन उपलब्ध कराता था, जिनका प्रयोग करके गैंगस्टर व तस्कर जेल के अंदर बैठ बॉर्डर पार से हेरोइन व हथियारों की खेप मंगवा रहे थे। इस खेप को पंजाब व अन्य राज्यों तक भी पहुंचा रहे थे।
डिमांड के अनुसार बाहर से फैंकवाता था मोबाइल
एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार, जांच में पता चला कि आरोपी बलबीर सिंह जेल में मोबाइल की डिमांड होने पर बाहर से मोबाइल अंदर फैंकवाता था। एक हजार रुपए के मोबाइल की कीमत जेल में 10 हजार के करीब रखी जाती थी। चार्जर चाहिए होता तो उसके भी तकरीबन 2 हजार रुपए वसूले जाते थे।
सुरक्षा के लिए भी देना पड़ता था कैदियों को महीना
बलबीर सिंह का काम यहां भी पूरा नहीं होता था। मोबाइल फोन प्रयोग करने वालों को सुरक्षा देने के लिए भी डिप्टी सुपरिंटेंडेंट हर महीने पैसे वसूलता था। उसकी बैरक में चैकिंग भी बहुत कम होती थी। जब भी होती थी, मोबाइल फोनों को ठिकाने लगा दिया जाता था, ताकि कैदियों को दिक्कत न हो। एसटीएफ जल्द ही आरोपी को कोर्ट में पेश करके रिमांड हासिल करने वाली है।
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