
अमृतसर,18 जून: नगर निगम की सफाई मजदूर यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर नगर निगम कमिश्नर हरप्रीत सिंह को 72 घंटे का नोटिस दिया है। यूनियन के प्रधान विनोद बिट्टा, चेयरमैन सुरेंद्र टोना और महासचिव केवल कुमार ने कहा कि पिछले लंबे अरसे से यूनियन की कोई भी मांग पूरी नहीं की गई है। उन्होंने कहा है कि पहले भी दो बार नोटिस दे चुके हैं। जिसमें मुख्य तौर पर सफाई सेवकों का प्रोविडेंट फंड, सीपीएफ खातों में नहीं आ रहा है। सफाई सेवकों की सैलरी प्रत्येक माह के पहले सप्ताह को देने निगम कमिश्नर ने आदेश जारी किए थे। किंतु सफाई सेवकों को सैलरी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले लंबे अरसे से उनकी मांग की 20 सीवरमैन को पक्की नौकरी दी जाए, वह भी पूरी नहीं हो रही है।

पहले ही चार-चार मोहल्लो में कार्य कर रहे सफाई सेवक
यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि साल 1996 के बाद सफाई सेवकों की पक्की भर्ती नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि नगर निगम का क्षेत्रफल और शहर की आबादी बढ़ गई है। पहले सफाई सेवक एक-एक मोहल्ले में कार्य करते थे,अब उनको चार-चार मोहल्ले में कार्य करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ रात 10:00 बजे से रात की सफाई शुरू करवा दी गई है।उन्होंने कहा कि इसको बंद किया जाए।उन्होंने तर्क दिया कि रात को सफाई करवाते हुए अगर किसी सफाई कर्मी की मृत्यु हो जाती है,तो उसकी जिम्मेदारी निगम के बड़े अधिकारियों को लेनी चाहिए।विनोद बिट्टा कहा कि रात के वक्त शहर का माहौल ठीक नहीं होता। उन्होंने कहा कि अलबत्ता डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनी से बेहतर काम लिया जाए। उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा ठीक ढंग से सफाई व्यवस्था नहीं करवाई जा रही। जिस पर शहर वासी भी दुखी है।विनोद बिट्टा ने कहा कि कंपनी का ठेका रद्द करके निगम सफाई सेवक भर्ती करें और मशीनरी खरीदें। उन्होंने कहा कि उनकी मांगे न मानी गई तो 72 घंटे बाद यूनियन हड़ताल करने पर मजबूर हो जाएगी। इसकी सारी जिम्मेदारी निगम प्रशासन की होगी।
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