हिमांशु अग्रवाल ने गुरु नानक देव अस्पताल का किया निरीक्षण
अमृतसर, 21 अप्रैल(राजन): जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कोविड -19 की दूसरी लहर के बढ़ते प्रभाव के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की सीमित उपलब्धता है। अस्पताल प्रशासन को ऑक्सीजन सिलेंडर के उपयोग के बारे में पता होना चाहिए।
यह जानकारी अतिरिक्त सचिव चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान-सह-अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट हिमांशु अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजीव देवगन और मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट के साथ गुरु नानक देव अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद दी। हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि गुरु नानक देव अस्पताल कोविड -19 के रोगियों की अधिक संख्या के लिए, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज को निर्देश दिया गया है कि वह अपने स्तर पर ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी का गठन करे ताकि अस्पताल की दैनिक आधार पर जाँच की जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऑक्सीजन किसी भी प्रवाह बिस्तर या पाइप से किसी भी हद तक न गुजरे जिससे ऑक्सीजन का रिसाव नहीं होना चाहिए और विशेषकर पंजाब सरकार के निर्देशों के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग किया जाना चाहिए ताकि ऑक्सीजन की वेस्टीज न हो और इस संबंधी दैनिक रिपोर्ट भेजी जाए। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद अगर अस्पताल के किसी भी बिस्तर पर ऑक्सीजन का रिसाव या बर्बादी पाई गई तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
हिमांशु अग्रवाल ने गुरु नानक देव अस्पताल में ऐच्छिक सर्जरी को पूरी तरह से रोकने के लिए भी आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने जनरल मैनेजर उद्योग विभाग को निर्देश दिया है कि वे जिले में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले सभी वैटर्स को सूचित करें कि ऑक्सीजन सिलेंडरों का उपयोग औद्योगिक इकाइयों की बजाए प्राथमिकता कोविड अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।