किस की मिलीभगत से बहुत कम प्रॉपर्टी टैक्स भरा गया, कम टैक्स भरने वाले दबी जुबान से कुछ लोगों पर लगा रहे हैं भ्रष्टाचार के आरोप !!
प्रॉपर्टी टैक्स व सीवरेज वाटर सप्लाई बिल का बहुत कम टैक्स आने पर निगम कमिश्नर ने जोनल सुपरिटेंडेंटो की मीटिंग 15 जून को बुलाई
अमृतसर,11 जून(राजन गुप्ता): नगर निगम ने इस वित्त वर्ष में अपने कमाऊ विभाग हाउस / प्रॉपर्टी टैक्स विभाग का बजट में निर्धारित लक्ष्य 42.50 करोड़ रुपए रखा हुआ है। इसी तरह सीवरेज वाटर सप्लाई बिल का बजट में निर्धारित लक्ष्य 35 करोड़ रुपए है। जबकि इस वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से लेकर अब तक प्रॉपर्टी टैक्स विभाग मात्र 1.51 करोड रुपए तथा सीवरेज वाटर सप्लाई विभाग 1.91 करोड रुपए एकत्रित कर पाया है। इसे गंभीरता से लेते हुए नगर निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने 15 जून को एडीशनल कमिश्नर संदीप रिषी तथा समूह जोनल सुपरिटेंडेंटो की रिव्यू मीटिंग बुलाई है। दोनों विभागों का टैक्स कम आना तथा सबसे महत्वपूर्ण कुछ बड़ी कमर्शियल बिल्डिंगो की प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर स्क्रुटनी के माध्यम से लाखों रुपए कम टैक्स आने की रिपोर्ट जोनल सुपरिटेंडेंटो को देने के बावजूद कोई कार्रवाई ना होने पर जवाबदेही तथा अधिकारियों की क्लास भी लगेगी। सीवर वाटर सप्लाई बिल भी लोगों तक पूरी तरह से नहीं बांटे जा सके। बड़ी बिल्डिंगो की प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर स्क्रुटनी होने पर संबंधित कुछ ही पार्टी को नोटिस जाने पर वह लोग दबी जुबान से कुछ लोगों पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप जड़ रहे हैं। जब उनसे इस संबंधी एफिडेविट मांगा गया, तब उन द्वारा कहा गया कि सोच विचार करके हल्फिया बयान ( एफिडेविट) देंगे। पहले उन लोगों को दी गई अपनी कथित रिश्वत राशि तो वापस मांगेंगे।
किस की मिलीभगत से बहुत कम टैक्स भरा गया !!
शहर में हजारों की संख्या में रंजीत एवेन्यू, जीटी रोड, लॉरेंस रोड, बटाला रोड, माल रोड, कबीर पार्क, मजीठा रोड आउटर सर्कुलर रोड तथा अन्य क्षेत्रों में बड़ी-बड़ी कमर्शियल बिल्डिंग तथा एस सी ओ शामिल है, जो प्रॉपर्टी टैक्स अदा करते हैं। मार्च 2021 से पहले एडिशनल कमिश्नर के निर्देशों पर जोनल सुपरिटेंडेंट द्वारा कुछ बिल्डिंगों की प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर स्क्रुटनी की गई थी। उसमें भी कम प्रॉपर्टी टैक्स पाया गया था। इसके उपरांत 12 मार्च 2021 को निगम कमिश्नर द्वारा सेक्टरी सुशांत भाटिया की प्रॉपर्टी टैक्स भरने वाले अदारो की स्क्रुटनी करने की आदेश जारी किए गए थे। सुशांत भाटिया द्वारा लगभग 15 से अधिक बड़ी कमर्शियल बिल्डिंगो होगी फिजिकल वेरीफिकेशन की गई। जिसमें भरा गया प्रॉपर्टी टैक्स बहुत ही कम पाया गया। इनमें एक एक कमर्शियल बिल्डिंग का लाखों रुपए प्रॉपर्टी टैक्स कम आया है। अगर पिछले 8 वर्षों का प्रॉपर्टी टैक्स जोड़ा जाए तो करोड़ों रुपये बन जाते हैं। इन सभी कमर्शियल बिल्डिंग की कम टैक्स पाए जाने वाली स्क्रुटनी रिपोर्ट सेक्टरी सुशांत भाटिया द्वारा नगर निगम कमिश्नर को भेज दी गई हुई है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि बड़ी-बड़ी कमर्शियल बिल्डिंगों के प्रॉपर्टी टैक्स किस की मिलीभगत से बहुत कम भरे गए हैं।
सुपरीटेंडेंट स्क्रुटनी केसों की रिपोर्ट लेकर आए : संदीप रिषी
नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर संदीप रिषी ने जोनल सुपरिटेंडेंटो को कहा है कि समूह सुपरीटेंडेंट अपने अपने क्षेत्रों की स्क्रुटनी के केसों की रिपोर्ट की लिस्टे तैयार कर मीटिंग में पेश की जाए। उन्होंने कहा कि मीटिंग से पहले लिस्ट की एक कॉपी उनको भी अवश्य भेजी जाए।