टैक्स के डिस ऑनर हुए चेकों का भुगतान न लाने पर वेतन से काटी जाएगी राशि
स्क्रुटनी में कम टैक्स अदा करने वालों की लिस्टे एडीशनल कमिश्नर को सौंपे
सुनवाई के उपरांत कम टैक्स अदा करने वालों को कार्रवाई के लिए जाएंगे नोटिस
अमृतसर,15 जून (राजन गुप्ता): नगर निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने प्रॉपर्टी टैक्स एकत्रित करने में फिसड्डी रहने पर सुपरिटेंडेंटो को जमकर फटकार लगाई। कमिश्नर मित्तल ने आज समूह प्रॉपर्टी टैक्स सुपरीटेंडेंटो के साथ मीटिंग की। मीटिंग में एडीशनल कमिश्नर संदीप रिशी, सैक्टरी सुशांत भाटिया भी मौजूद थे। निगम ने इस वित्त वर्ष में प्रॉपर्टी टैक्स का 45 करोड़ रुपए आमदनी का बजट निर्धारित कर रखा है। किंतु 1अप्रैल से अब तक निगम को मात्र 1.51 करोड़ रुपए ही प्रॉपर्टी टैक्स एकत्रित हुआ है।
मीटिंग में कमिश्नर मित्तल द्वारा जोन वाइज सुपरिटेंडेंटो से टैक्स संबंधी व्योरे लेने के उपरांत पिछले अढाई माह में मामूली सा टैक्स आने पर फटकार लगाते हुए कहा सुपरीटेंडेंट मुख्यधारा में आकर टैक्स एकत्रित करें। मामूली सा टैक्स आया है वह तो लोगों ने खुद ही जमा करवाया है। इसमे अधिकारियों का कुछ भी योगदान नहीं है। सबसे अधिक आमदनी वाला नॉर्थ जोन के सुपरिटेंडेंटो की जमकर खिंचाई की।निगम कमिश्नर ने प्रॉपर्टी टैक्स एवज में मिले डिस ऑनर हुए चेकों का 30 जून तक हर हालत में भुगतान लाने के आदेश दिए और कहा अगर डिस ऑनर चेकों का भुगतान ना आया तो संबंधित सुपरीटेंडेंट के वेतन से राशि काटी जाएगी।
जोन वाइज दिए लक्ष्य
निगम कमिश्नर ने बहुत कम टैक्स आने पर अब जोन वाइज प्रत्येक 3 महीनों की आमदनी के लक्ष्य निर्धारित किए। प्रॉपर्टी टैक्स का 45 करोड़ रुपये निर्धारित बजट के अनुसार इस वित्त वर्ष में नॉर्थ जोन 24 करोड़ रुपए, सेंट्रल जोन 5 करोड़ रुपए, ईस्ट जोन 6 करोड़ रुपए, वेस्ट जोन 8 करोड रुपए तथा साउथ जोन 2 करोड़ रुपए टैक्स एकत्रित करेगा। इसी क्रम वार तीन तीन महीनों के क्वार्टरली नॉर्थ जोन 30 जून तक 3 करोड़,30 सितंबर तक9 करोड़,31 दिसंबर तक 6 करोड़,31 मार्च तक 6 करोड़ इसी क्रमवार सेंट्रल जोन75 लाख,1.25 करोड़,1.5 करोड़,1.5 करोड़ ईस्ट जोन 40 लाख,2.6 करोड़,1.5 करोड़,1.5 करोड़, वेस्ट जोन50 लाख,3.5 करोड़,2 करोड़,2 करोड़, साउथ जोन 20 लाख,80 लाख,50 लाख,50 लाख रुपए एकत्रित करने का लक्ष्य दिया गया है।
डिफाल्टर ,स्क्रुटनी के जाएंगे बिल / नोटिस
निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने डिफाल्टर पार्टियों पर भी शिकंजा कसने के आदेश जारी करते हुए कहा कि उन पार्टियों को सीलिंग नोटिस भेजकर फिर भी टैक्स अदा ना हुआ तो उनकी जायदादो को सील किया जाए।सुपरीटेंडेंट द्वारा शहर में भारी संख्या में कमर्शियल बिल्डिंगो को स्क्रुटनी के नोटिस दिए गए थे । स्क्रूटनी के उपरांत किसी भी पार्टी को कम टैक्स भरने का बिल/ नोटिस नहीं भेजा गया। एडिशनल कमिश्नर द्वारा बार-बार स्क्रुटनी की सूचना मांगने पर सुपरीटेंडेंटो द्वारा सूचना उपलब्ध नहीं करवाई गई। अब एडिशनल कमिश्नर को 60 पार्टियों की सूची उपलब्ध करवाई गई है। इसका भी कड़ा संज्ञान लेते हुए निगम कमिश्नर मित्तल ने कहा कि स्कूरटनी के माध्यम से जांच उपरांत कम टैक्स भरने वालों की समूह सूचियां एडीशनल कमिश्नर संदीप रिशी को सौंपी जाए ताकि संबंधित पार्टियों की सुनवाई के उपरांत उनको बकाया टैक्स भरने के लिए बिल / नोटिस जारी किए जाएं। सेक्टरी सुशांत भाटिया द्वारा जिन बिल्डिंगों की स्कूरटनी जा चुकी है, उनको भी बिल भेजे जाए।