केजरीवाल ने एक महीने में साबित किया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान है उनकी कठपुतली
अमृतसर,12 अप्रैल (राजन): दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा आम आदमी पार्टी कन्वीनर अरविन्द केजरीवाल द्वारा पंजाब के प्रशानिक अधिकारीयों की दिल्ली में बुलाई गई मीटिंग पर कड़ा नोटिस लेते हुए भारतीय जनता पार्टी अमृतसर के अध्यक्ष सुरेश महाजन ने कहा कि भाजपा तो पहले से ही कहती थी कि अगर पंजाब में आप सरकार बनेगी तो पंजाब में शासन पंजाब से नहीं बल्कि दिल्ली से चलेगा और यह सही साबित होने लगा है। महाजन ने कहा कि केजरीवाल द्वारा बुलाई गई इस पंजाब के अधिकारीयों की बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को ही नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा राज्यसभा के लिए चुने गए सदस्यों में से पंजाब के बाहरी लोगों को सदस्यता दिए जाने पर ही यह बात साफ़ हो गई थी कि पंजाब का शासन अब पंजाब से नहीं बल्कि दिल्ली से चलेगा। सुरेश महाजन ने कहा कि चुनाव से पहले अरविन्द केजरीवाल तथा भगवंत मान दोनों जनता से कहते फिरते थे कि पंजाब में सरकार दिल्ली से चलाई जा रही है, लेकिन अगर पंजाब की जनता आम आदमी पार्टी की सरकार बनाती है तो पंजाब की सरकार पंजाब से चलाई जाएगी। सुरेश महाजन ने सवाल किया कि जब पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान को बनाया गया है और पंजाब से संबधित सभी अधिकारीयों से बैठक और उन्हें सवाल-जवाब करने के अधिकार पंजाब के मुख्यमंत्री के पास हैं तो फिर दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल को पंजाब के अधिकारीयों की बैठक बुलाने का अधिकार किसने और कैसे दिया? उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने एक महीने में साबित कर दिया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केजरीवाल की कठपुतली हैं।
सुरेश महाजन ने कहा कि पंजाब में आप सरकार बने को अभी महीना भर ही हुआ है और केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री को डम्मी बना पंजाब सरकार का कंट्रोल अपने हाथ में लेना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और भगवंत मान दोनों ने चुनाव में जनता के साथ हर घर को 300 यूनिट प्रति महीना मुफ्त तथा 18 वर्ष या उससे ऊपर की सभी महिलाओं को 1000 रूपये पार्टी महिना प्रति महिला को 1 अप्रैल 2022 से देने के साथ-साथ कई अन्य बड़े-बड़े वादे किए थे। लेकिन केजरीवाल और भगवंत मान दोनों ही अपने वादों से मुकर गए हैं। पंजाब की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। अब केजरीवाल तथा भगवंत मान दोनों ठगों की जोड़ी ने अन्य चुनावी राज्यों में जाकर पंजाब की मिसाल देकर झूठा प्रचार करना शुरू कर दिया है। लेकिन इन दोनों को यहाँ पर मुँह की खानी पड़ेगी।