
अमृतसर, 5 अप्रैल(राजन):शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने खालसा सजना दिवस वैसाखी के मौके पर पिछले तीन दशकों से देश भर की विभिन्न जेलों में बंद सिंहों को रिहा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती के ऐतिहासिक दिन पर भारत सरकार ने सिख कैदियों को रिहा करने की घोषणा की थी जो अभी तक लागू नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय द्वारा 14 अप्रैल को खालसा सजना दिवस वैसाखी मनाए जाने के अवसर पर भारत सरकार को कैदियों को रिहा करने की पहल करनी चाहिए।उन्होंने दिल्ली में केजरीवाल सरकार पर भी सवाल उठाया जो प्रो. दविंदरपाल सिंह भुल्लर की रिहाई में बाधा थी और कहा कि केजरीवाल सिखों को कभी न्याय नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल सिख समर्थक होते तो प्रो. भुल्लर की रिहाई में सकारात्मक फैसला लेते। एडवोकेट धामी ने कहा कि बंदी सिखों की रिहाई के लिए भारत सरकार खुद आगे आए और प्रो. दविंदरपाल सिंह भुल्लर, एस. बलवंत सिंह राजोआना और एस. जगतार सिंह हवारा और 30 साल से अधिक समय से जेलों में बंद अन्य सिख कैदियों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि 30 मार्च को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के बजट सत्र के दौरान कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा गया था।