:अमृतसर,3 मई (राजन श्रीगुरु ग्रंथ साहिब में बदलाव कर प्रकाशित करने की बढ़ रही घटनाओं पर विचार करने के लिए श्रीअकाल तख्त साहिब पर बुलाए पंथक इकट्ठ ने दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इनमें से एक श्रीगुरु ग्रंथ साहिब को ऑनलाइन प्रकाशित करने वाले थमिंदर सिंह आनंद को तनखैया घोषित किया है। वहीं दूसरी ओर जेलों में बंद सिखों की रिहाई के लिए मिलकर कदम उठाने पर भी सहमति बनी है।
पिछले कुछ दिनों में श्रीगुरु ग्रंथ साहिब की बाणी के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ी हैं। अमेरिका में ही थमिंदर सिंह आनंद नामक व्यक्ति ने श्रीगुरु ग्रंथ साहिब को ऑनलाइन प्रकाशित कर दिया। थमिंदर सिंह की तरफ से प्रकाशित किए श्री गुरु ग्रंथ साहिब में बहुत सी गलतियां थीं। कई जगह जरूरत न होने पर भी बिंदियों, टिप्पियों, मात्रो आदि का प्रयोग किया गया। इस पर चिंतन करने के लिए ही श्री अकाल तख्त साहिब ने पंथक इकट्ठ बुलाया। विचार विमर्श करने के बाद घटनाओं के विरुद्ध कदम उठाने पर निर्णय लिया गया।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि थमिंदर सिंह आनंद ने जो गलती की है, उसके लिए उसे माफी मांगनी होगी। उसे श्री अकाल तख्त साहिब आकर अपना पक्ष रखना होगा। इसके पीछे की मंशा के बारे में भी जानकारी देनी होगी। इसके
अलावा ऑन लाइन श्री गुरु ग्रंथ साहिब को हटाने के आदेश दिए हैं। तब तक के लिए थमिंदर सिंह आनंद को तनखैया घोषित कर दिया गया है।
दूसरे महत्वपूर्ण निर्णय संबंधी ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिखों की रिहाई के लिए सभी जत्थेबंदियों को एक साथ मिलकर प्रयास करने के लिए कहा गया है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि जो सिख गांव रोडे में टॉवर पर बैठा है, उसे भी आत्महत्या न करने का आदेश दिया गया है। उनका कहना है कि आत्महत्या करना सिख धर्म का सिद्धांत नहीं है।