अमृतसर,13 दिसंबर (राजन):सीनियर अकाली नेता रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने मंगलवार सुबह आखिरी सांस ली।दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें पीजीआई में दाखिल करवाया गया था। 4 बार विधायक रहे, 2 बार कैबिनेट मंत्री और एक बार लोकसभा सदस्य रहे ब्रह्मपुरा का दाह संस्कार उनके गांव ब्रह्मपुरा में बुधवार दोहपर 2 बजे किया जाएगा।
एक साल पहले दोबारा जॉइन किया था अकाली दल
गांव के सरपंच से अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा शुरू से ही प्रकाश सिंह बादल के करीबी रहे। लेकिन 2017 में सुखबीर बादल का बढ़ता वर्चस्व देखते हुए पैदा हुई दूरियों के बाद उन्होंने अलग रास्ता चुना। लेकिन यह दूरिया 2022 के चुनावों में कम हो गई थी। एक साल पहले ही प्रकाश सिंह बादल के कहने पर सुखबीर बादल ने उनके पैर छूकर उन्हें अकाली दल में दोबारा जॉइन करवाया था।
कभी माझे का जरनैल कहलाते थे
रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने अपना राजनीतिक करियर सरपंच चुनावों से शुरू किया था। इस दौरान वह 4 बार विधायक, दो बार कैबिनेट मंत्रीऔर एक बार सांसद चुने गए। राजनीति में उनके बढ़ते कद को देखते हुए ही उन्हें माझे का जरनैल कहा जाता था। यही उपाधी आगे चलकर बिक्रम सिंह मजीठिया को दी गई।
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