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एक बड़े होटल को किया सील
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अवैध निर्माणों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई जारी रहेगी: मेयर रिंटू
अमृतसर, 20 अगस्त (राजन गुप्ता): मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू और निगम कमिश्नर कोमल मित्तल के आदेशानुसारएमटीपी नरेंद्र शर्मा की देखरेख में एटीपी परविंदरजीत सिंह, बिल्डिंग इंस्पेक्टर रजत खन्ना, बिल्डिंग इंस्पेक्टर अंगद सिंह ने भारी संख्या में प्राइवेट लेबर तथा पुलिस बल के साथ रेलवे लिंक रोड पर निर्माणाधीन एक बड़ी बिल्डिंग की पांचवी मंजिल को पूरी तरह से तोड़ दिया तथा चौथी मंजिल के कुष्ठ हिस्से को भी तोड़ा गया। एमटीपी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि इस बिल्डिंग को तोड़ने की प्रक्रिया कल भी जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि अवैध रूप से बनी बिल्डिंगो के ऊपर विभाग द्वारा जो भी कार्रवाई की जा रही है, जिसमें प्राइवेट लेबर तथा दोबारा बिल्डिंग ना शुरू हो पाए इस संबंधी इसके आसपास निगम द्वारा दीवारें भी की जानी है, इसका सारा खर्चा जब बिल्डिंग मालिकों द्वारा अपनी बिल्डिंग को कंपाउड करवाया जाएगा तब कंपाउंडिंग फीस के साथ ही वसूला जाएगा।
अवैध बन रहा होटल किया सील
एमटीपी विभाग की टीम द्वारा चील मंडी क्षेत्र में पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से चल रहे एक नामी होटल को भी सील कर दिया गया। इस होटल को सील करते समय एटीपी परमिंदरजीत सिंह, बिल्डिंग इंस्पैक्टर मलकीयत सिंह, परमजीत सिंह व अन्य अधिकारियों द्वारा होटल के बाहर नोटिस भी चिपका दिया गया है अगर इसकी सील निगम की परमिशन के बिना खोली गई तो उसके विरुद्ध क़ानून अनुसार पुलिस ने कार्रवाई भी कराई जाएगी।
सुपरिटेंडेंट रखेंगे नजर
एमटीपी विभाग द्वारा जिन जिन बिल्डिंगो के निर्माणो को तोड़ा जा रहा हैं तथा जिन-जिन बिल्डिंगो को सील किया जा रहा है उनकी निगरानी निगम कमिश्नर द्वारा नियुक्त किए गए सुपरिटेंडेंटो द्वारा भी लगातार की जाएगी। आज विभाग द्वारा लिंक रोड में तोड़ी गई बिल्डिंग तथा सील की गई बिल्डिंग की जांच सुपरिटेंडेंट धर्मेंद्रजीत सिंह द्वारा भी की गई।
कार्रवाई लगातार जारी रहेगी
मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू ने कहा कि एमटीपी विभाग द्वारा लगातार अवैध निर्माणों के विरुद्ध कारवाईयां जारी रहेगी। उन्होंने कहा अवैध निर्माणों की सूचिया जो विभाग को सौंपी गई है उन सूचियों में जो बिल्डिंग कंपाउंड हो सकती हैं, उसकी नियम अनुसार बनता टैक्स लेकर उसको कंपाउंड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एमटीपी विभाग के साथ-साथ गठित की गई कमेटी भी लगातार अपनी जांच पड़ताल करके रिपोर्ट निगम कमिश्नर व एडिशनल कमिश्नर को देते रहेंगी।